पहले फेंके बम फिर छुरी से किया था वार, ऐसे हुआ था सेंथुल कुमारन का मर्डर, NIA ने दायर की चार्जशीट
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उस दिन छह मोटरसाइकिल सवार होकर आए हमलावरों ने विल्लियानूर में एक बेकरी के सामने सेंथुल कुमारन पर देसी बम फेंके थे. इसके बाद आरोपी हमलावरों ने पीड़ित पर छुरी से हमला कर दिया था. इस हमले में सेथुल की मौत हो गई थी.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के विल्लियानूर बम विस्फोट मामले में 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. यह जबरदस्त हमले का वही मामला है, जिसमें एक स्थानीय नेता सेंथुल कुमारन की हत्या कर दी गई थी. इस खौफनाक हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
26 मार्च 2023, विल्लियानूर यही वो तारीख है, जब पुडुचेरी का विल्लियानूर इलाका बम की आवाज़ से दहल गया था. उस दिन छह मोटरसाइकिल सवार होकर आए हमलावरों ने विल्लियानूर में एक बेकरी के सामने सेंथुल कुमारन पर देसी बम फेंके थे. इसके बाद आरोपी हमलावरों ने पीड़ित पर छुरी से हमला कर दिया था. इस हमले में सेंथुल कुमारन बुरी तरह से घायल हो गए थे. वो लहूलुहान होकर वहीं जमीन पर गिर पड़े थे और मौका-ए-वारदात पर ही उनकी मौत हो गई थी. NIA ने दर्ज किया था मामला इस हत्याकांड से पूरा इलाका दहल गया था. इत्तिला मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने शुरू में एक मामला दर्ज किया था, लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए यह केस जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया था. फिर 29 अप्रैल 2023 को एनआईए ने इस मामले में दोबारा से केस रजिस्टर्ड किया था.
ऐसे पकड़े गए थे सभी आरोपी इस केस की छानबनी और तफ्तीश के दौरान बमबारी और हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता नित्यानंदम एनआईए के हत्थे चढ़ गया था. बाद में एक-एक कर उसके तमाम सहयोगी भी गिरफ्तार कर लिए गए थे. जिनकी शिनाख्त विग्नेश, शिव शंकर, राजा, प्रदीप, कार्तिकेयन, वेंगतेश, राजमणि, एझुमलाई, कथिरवेल, रामचंदिरन, लक्ष्मणन, ढिलिपन और रामनाथन के रूप में की गई थी.
एक आरोपी को छोड़कर सभी के खिलाफ चार्जशीट अब शुक्रवार को रामनाथन को छोड़कर उन सभी आरोपियों के खिलाफ एनआईए ने आईपीसी, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए (पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दायर की है.
नित्यानंदम ने ही रची थी हमले की साजिश एनआईए की जांच के अनुसार, सेंथिल कुमारन पर हमले की साजिश नित्यानंदम ने रची थी, जिसका उद्देश्य विल्लियानूर और आसपास के इलाकों में स्थानीय लोगों के बीच आतंक पैदा करना था. अपनी साजिश को अमली जामा पहनाने के लिए नित्यानंदम ने देसी विस्फोटक बनाने के लिए एक आतंकवादी गिरोह बनाया था और खौफनाक हमले को अंजाम देने के लिए हथियारों का भी इंतजाम भी किया था.
पहले निगरानी फिर कत्ल इसी साजिश के तहत नित्यानंदम ने काथिरवेल को विल्लियानूर में सेंथुल कुमारन पर नजर रखने के लिए भेजा था. उसी ने नित्यानंदम को सेंथिल की इलाके में मौजूदगी की ख़बर दी थी. ये सूचना मिलने के बाद ही मुख्य आरोपी नित्यानंदम ने हत्या को अंजाम देने के लिए छह हमलावरों, विग्नेश, शिव शंकर, राजा, प्रदीप, कार्तिकेयन और वेंगतेश को तीन मोटरसाइकिलों पर वहां भेजा था. जहां उन्होंने सेंथिल पर पहले बम से हमला किया और फिर उसे तेजधार हथियार से गोद डाला था. हथियार, बाइक और खून से सने कपड़े बरामद जानलेवा हमले के बाद आरोपियों ने अपने खून से सने कपड़ों के साथ-साथ हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए दुपहिया वाहन और खून से सने छुरे भी छिपा दिए थे. लेकिन जांच के दौरान आरोपियों के पकड़े जाने के बाद उनकी निशानदेही पर ही वे हथियार, वाहन और कपड़े आदि एनआईए ने बरामद कर लिए थे.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
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