
नूंह में नाबालिग लड़के की हैवानियत... 15 साल की लड़की से 7 महीने तक रेप, गर्भवती होने पर वारदात का खुलासा
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हरियाणा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़के पर 15 साल की लड़की से महीनों तक रेप और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगा है. सोशल मीडिया पर अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर आरोपी ने नाबालिग को हवस का शिकार बनाया. पीड़िता सात महीने की गर्भवती है.
हरियाणा के नूंह जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिग लड़के ने अपने ही गांव की 15 साल की लड़की को अपनी हवस का शिकार बना डाला. उसने सोशल मीडिया पर पीड़िता की तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर सात महीनों तक बलात्कार किया. इस घिनौने अपराध का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता सात महीने की गर्भवती पाई गई. पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है.
पुलिस ने आरोपी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया, जहां से उसे सुधार गृह भेज दिया गया. ये मामला नूंह के महिला पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है. पीड़िता के पिता ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी बेटी पिछले डेढ़ महीने से परेशान दिख रही थी. कई बार पूछने पर भी उसने अपनी परेशानी का कारण नहीं बताया. एक दिन अचानक उसे उल्टी होने लगी, तो डॉक्टर के पास ले गए.
पिता ने शिकायत में कहा है, "मेरी बेटी को सात-आठ दिनों से उल्टी हो रही थी. मैं उसे डॉक्टर के पास ले गया, जहां उसे दवाइयां दी गईं, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ." पीड़िता की हालत बिगड़ती गई, तो परिवार ने उसका अल्ट्रासाउंड करवाया. इस दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ. 15 साल की लड़की करीब सात महीने की गर्भवती निकली. इसके बाद पीड़िता ने अपने पिता को आपबीती सुनाई, जिसे सुनकर वे दंग रह गए.
उसने बताया कि उसी गांव का एक नाबालिग लड़का पिछले छह-सात महीनों से उसका यौन शोषण कर रहा था. आरोपी ने सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी. पीड़िता के पिता ने बताया, "जब मैं आरोपी के घर गया और उसे उसके कृत्य के लिए डांटा, तो उसके परिवार वालों ने उल्टा मुझे धमकी दी. इतना ही नहीं उन्होंने मुझसे बच्चे का अबॉर्शन कराने के लिए दबाव बनाया है."
पिता ने यह भी बताया कि उनके पांच बच्चे हैं. उनकी पत्नी पिछले छह साल से अपने माता-पिता के घर रह रही है. वो खुद मजदूरी के लिए अक्सर घर से बाहर रहते हैं, जिसके चलते उनकी बेटी अकेली थी. आरोपी ने इसका फायदा उठाया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस एक्ट यानी पॉक्सो और बीएनस की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है.
नूंह की महिला थाना प्रभारी मंजू ने बताया, "आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है. उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया, जहां से उसे सुधार गृह भेज दिया गया. इस मामले की जांच जारी है." यह घटना न केवल समाज में नाबालिगों के बढ़ते अपराधों की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को भी उजागर करती है. पुलिस आरोपी की क्राइम हिस्ट्री का जांच कर रही है.

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