देशभर में ट्रक और टैंकर के चक्के जाम, गड़बड़ा गई सप्लाई चेन और बढ़ गई पेट्रोल-डीजल की किल्लत
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देशभर में ट्रांसपोर्ट सिस्टम ठप पड़ गया है. ट्रक, बस चालकों ने हाईवे पर वाहन खड़े कर दिए हैं. हिट-एंड-रन कानून के खिलाफ कई राज्यों में यह विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. हाल ही में केंद्र सरकार ने भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता, 2023 में हिट-एंड-रन मामलों में 10 साल की जेल की सजा और 7 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया है. इसी कानून में बदलाव के बाद ड्राइवरों ने विरोध तेज कर दिया है.
हिट एंड रन से जुड़े कानून में बदलाव के बाद ट्रांसपोर्ट एसोशिएन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. देशभर में ट्रांसपोर्ट सिस्टम ठप पड़ गया है. ड्राइवरों ने ट्रक, टैंकर और बसों को सड़क पर छोड़ दिया है और बेमियादी हड़ताल में शामिल हो गए हैं. ये प्रदर्शन तेजी पकड़ता जा रहा है. यानी हड़ताल करने वाले ट्रांसपोर्ट व्हीकल की संख्या बढ़ती जा रही है. अगर कुछ दिनों तक यही हाल रहा तो पूरे देश में ना सिर्फ सप्लाई चेन ठप हो जाएगी, बल्कि फ्यूल की किल्लत भी नागरिकों की मुसीबत बढ़ाएगी.
देश में ट्रक एसोएिशन की यह हड़ताल आम चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले हो रही है. ऐसे में राजनीतिक माहौल भी गरमाने की संभावना बढ़ गई है. नए कानून का देशभर में जगह-जगह विरोध देखने को मिल रहा है. हड़ताल का मंगलवार को दूसरा दिन है. दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, यूपी, बिहार पंजाब, गुजरात, हिमाचल प्रदेश में हड़ताल ने असर दिखाना शुरू कर दिया है. ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि ड्राइवर अपनी इच्छा से हड़ताल पर हैं.
'देश में 30 लाख से ज्यादा ट्रकों के चक्का जाम'
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन से जुड़े लोगों का कहना है कि देश में 95 लाख ट्रक-टैंकर हैं. इनमें से 30 लाख से ज्यादा ट्रक-टैंकर की सेवाएं ठप हो गई हैं. इसी वजह से पूरा सिस्टम प्रभावित हुआ है. ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन हड़ताल को लेकर मंगलवार को एक बैठक में फैसला लेगा.
'पेट्रोल पंपों पर ताले डालने की नौबत'
वहीं, इस हड़ताल के बाद कई शहरों में पेट्रोल पंपों पर ताले डलने की नौबत आ गई है. भोपाल समेत अन्य शहरों में कई पेट्रोल पंपों पर फ्यूल का संकट है. वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं. हर कोई अपने वाहनों का टैंक फुल करवाना चाहता है. यहां कई पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं.
aajtak e-चुनाव के सर्वे में करीब सवा लाख लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें से लगभग 73% लोगों ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को लगातार तीसरी बार सत्ता में देखने की इच्छा जताई जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक को लगभग 23% वोट मिले. करीब 4 फीसदी वोट अन्य को मिले. अगर इन वोटों को सीटों में बांट दिया जाए तो एनडीए को 397 सीटें मिलने का अनुमान है.