दूध पर विवाद: अमूल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पेटा इंडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग की
The Wire
पशु अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था पीपुल्स फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) द्वारा दुग्ध उत्पादक कंपनी अमूल को वीगन मिल्क यानी पौधों से बनाए जाने वाले दूध के उत्पादन पर विचार करने का सुझाव दिया गया है. अमूल की ओर से कहा गया है कि पेटा भारतीय डेयरी उद्योग की छवि को धूमिल कर 10 करोड़ लोगों की आजीविका को बर्बाद करने का प्रयास कर रहा है.
राजकोटः देश में पशु अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था पीपुल्स फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) द्वारा अमूल को वीगन (Vegan) मिल्क यानी पौधों से बनाए जाने वाले दूध के उत्पादन पर विचार करने का सुझाव देने के तीन दिन बाद अमूल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पेटा इंडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. PETA India's letter to @Amul_Coop in full, letting the company know about the business opportunity the rise in #vegan eating presents. @Rssamul #PETA pic.twitter.com/W7PMnkua6D इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमूल के उपाध्यक्ष वालाजी हंबल का कहना है कि पेटा भारतीय डेयरी उद्योग की छवि को धूमिल कर 10 करोड़ लोगों की आजीविका को बर्बाद करने का प्रयास कर रहा है. — PETA India (@PetaIndia) May 28, 2021 हंबल ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, ‘डेयरी उद्योग का भारत की जीडीपी में बहुत बड़ा योगदान है, लेकिन पेटा जैसे अवसरवादी तत्वों द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार की वजह से इस पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. इस तरह के संगठन भारत के दुग्ध उत्पादकों को बेरोजगार करने की साजिश का हिस्सा है.’ उन्होंने कहा, ‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस तरह की संस्था भारत में अपनी गतिविधियां बंद कर दें. गुजरात के दुग्ध उत्पादक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संस्था पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू करने का आग्रह करते हैं. यह संस्था दुष्प्रचार के जरिये डेयरी उद्योग जगत की छवि को धूमिल करने के निंदनीय काम में संलग्न है और फिर सिंथेटिक दूध का उत्पादन करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियों के संयंत्रों को प्रोत्साहन दे रहे हैं.’More Related News