
दिल्ली से दुबई ड्रामे के बाद, अब मुकेश अंबानी की कंपनी के पास पहुंचा JioHotstar
AajTak
JioHotstar Domain: दिल्ली से दुबई तक का सफर कर चुका JioHotstar.com डोमेन आखिरकार रिलायंस के पास पहुंच गया है. रिलायंस की सब्सिडियरी Viacom 18 Media के पास इस डोमेन का अधिकार है. हालांकि, कंपनी को इस डोमेन का अधिकार कैसे मिला इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है. ये डोमेन जियो सिनेमा और डिज्नी प्लस हॉटस्टार के मर्जर के साथ चर्चा में आया था.
कई दिनों के ड्रामे के बाद आखिरकार JioHotstar.com डोमेन का मालिकाना हक रिलायंस को मिल गया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी Viacom 18 Media के पास JioHotstar.com का अधिकार है. ये डोमेन अब मुकेश अंबानी की कंपनी Viacom 18 के नाम पर रजिस्टर है.
WHOis वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक JioHotstar 20 सितंबर 2024 को रजिस्टर हुआ है और 26 सितंबर 2026 तक इसकी वैधता है. ये रिकॉर्ड 2 दिसंबर 2024 को आखिरी बार अपडेट किया गया था.
वेबसाइट ने मनीष पेन्यूली को रजिस्ट्रेंट, ऐडमिनिस्ट्रेटिव और टेक्निकल कॉन्टैक्ट के लिए लिस्ट किया है. मनीष को Viacom 18 के प्रतिनिधि के तौर पर यहां लिस्ट किया गया है. इससे पता चलता है कि JioHotstar.com डोमेन का अधिकार पूरी तरह से अब रिलायंस ग्रुप के पास है.
यह भी पढ़ें: Jio का सबसे सस्ता रिचार्ज, 200 रुपये से कम है कीमत और डेली 2GB डेटा
पिछले कुछ दिनों में इस डोमेन को लेकर बहुत ड्रामा हुआ है. जियो सिनेमा और Disney+ Hotstar के मर्जर के तारीख करीब आते ही ये डोमेन भी चर्चा में आया था. शुरुआत में इस डोमेन को दिल्ली के एक इंजीनियर ने खरीदा था, जिसने इस पर एक ओपन लेटर भी लिखा हुआ था.
इंजीनियर ने साफ कहा था कि वो इस डोमेन को रिलायंस को देने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए उन्हें उसकी आगे की पढ़ाई का खर्च उठाना होगा. हालांकि, बाद में इस डोमेन को दुंबई के दो बच्चों की एक संस्था ने खरीद लिया. उन्होंने इस डोमेन को रिलायंस को दान में देने का विकल्प भी रखा था. रिलायंस तक ये डोमेन कैसे पहुंचा है इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है.

Surya Mangal Yuti 2025: 16 दिसंबर को धनु राशि में बनेगी सूर्य-मंगल की युति, इन राशियों को होगा फायदा
Surya Mangal Yuti 2025: धनु राशि में बन रही सूर्य-मंगल की शक्तिशाली युति कई राशियों के जीवन में नई ऊर्जा, बदलाव और नए अवसर लेकर आ रही है. करियर, धन, रिश्ते और आत्मविश्वास से जुड़े मामलों में भी बड़ा सुधार देखने को मिल सकता है.

क्या आपने कभी गौर किया है कि दुनिया का कोई भी बड़ा नेता-चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति हो या फ्रांस का प्रमुख भारत पहुंचते ही सबसे पहले हैदराबाद हाउस ही क्यों जाता है? इसकी वजह सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक ऐसा शाही अतीत है जिसमें निजाम की रईसी, ब्रिटिश दौर की राजनीतिक जटिलताएं और आजादी के बाद भारत की उभरती कूटनीतिक पहचान तीनों के निशान गहराई से दर्ज हैं.











