
दिल्ली में फार्महाउस से 200 करोड़ की ड्रग बरामद, नोएडा का सेल्स मैनेजर निकला इंटरनेशनल सिंडिकेट का मास्टरमाइंड
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दिल्ली में NCB ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फार्महाउस से 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की ड्रग बरामद की है. जांच में नोएडा में रहने वाले अमरोहा निवासी शेन वारिस को गिरफ्तार किया गया, जिसने सिंथेटिक ड्रग नेटवर्क में अपनी भूमिका कबूल की. उसकी सूचना पर छतरपुर से 328.54 किलो मेथाम्फेटामिन मिली. पूरा गिरोह विदेशी ऑपरेटरों के निर्देश पर चलता था. NCB नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने राजधानी दिल्ली में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की ड्रग्स बरामद की है. यह कार्रवाई एक फार्महाउस पर छापेमारी से शुरू हुई, जहां से मिली अहम लीड के आधार पर NCB ने लगातार तीन दिनों तक ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय सिंथेटिक ड्रग नेटवर्क का बड़ा खुलासा हुआ है.
जांच के दौरान टीम को ऐसी जानकारियां मिलीं, जिससे पता चला कि यह पूरा गिरोह विदेशी ऑपरेटर्स के निर्देश पर काम कर रहा था. फार्महाउस रेड के बाद दिल्ली-NCR में कई ठिकानों की निगरानी बढ़ाई गई और संदिग्धों की गतिविधियों को ट्रैक किया गया.
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नोएडा से पकड़ा गया मुख्य आरोपी शेन वारिस
NCB ने इस ऑपरेशन में 25 वर्षीय शेन वारिस को गिरफ्तार किया, जो मूल रूप से यूपी के अमरोहा जिले के मंगरौली गांव का रहने वाला है. गिरफ्तारी के समय वह नोएडा सेक्टर-5, हरौला में किराए पर रह रहा था और एक कंपनी में सेल्स मैनेजर के पद पर काम करता था. जांच में पता चला कि शेन अपने "बॉस" के निर्देश पर फेक सिम कार्ड और व्हाट्सऐप, जांगी जैसे गुप्त चैट ऐप का इस्तेमाल करता था, ताकि उसकी लोकेशन और गतिविधियां ट्रेस न हो सकें.
शेन को 20 नवंबर 2025 को पकड़ा गया. पूछताछ में उसने ड्रग नेटवर्क में अपनी भूमिका स्वीकारी और कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं. उसने एक महिला एस्टर किमीनी का नाम भी बताया, जिसके जरिए एक बड़ा नशे का कंसाइनमेंट पोर्टर राइडर के जरिए भेजा गया था. उसने उसका पता और संपर्क जानकारी भी NCB को दे दी.

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