
दिल्ली में पत्थरों से कुचलकर युवक की बेरहमी से हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
AajTak
दिल्ली में रविवार रात हुई एक दिल दहला देने वाली वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी. 25 साल के एक लड़के को तीन युवकों ने पत्थरों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरा आरोपी फरार है.
दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में एक 25 वर्षीय युवक की बेरहमी से हत्या के मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रविवार रात हुई इस वारदात में तीन आरोपियों ने युवक को पत्थरों से कुचलकर मार डाला. एक आरोपी फरार बताया जा रहा है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. मृतक की पहचान मनीष कुमार के रूप में हुई है. पकड़े गए आरोपियों के नाम मनीष उर्फ बाबू (22) और सुमित (23) है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये घटना रविवार रात करीब 10 बजे की है. मनीष कुमार अपने जानकार संतोष कुमार श्रीवास्तव (40) के साथ समयपुर बादली इलाके में बाबू नामक व्यक्ति से मिलने गया था. उसने कुछ दिन पहले उसे मारने की धमकी दी थी. दोनों एक अंडरपास के पास मिले. दोनों के बीच पहले बहस हुई, जो धीरे-धीरे हिंसक झड़प में बदल गई. इसी दौरान बाबू के साथ सुमित और उसका दोस्त मिल गए.
इन तीनों ने पत्थर उठाकर मनीष और संतोष पर जानलेवा हमला कर दिया. कई बार सिर पर चोट लगने से मनीष की मौके पर ही मौत हो गई. उसका दोस्त संतोष भी गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गया. जब संतोष को होश आया, तो उसने देखा कि मनीष खून से लथपथ पड़ा है. उसकी सांसें थम चुकी हैं. उसने तुरंत मदद के लिए लोगों को आवाज दी. पुलिस को सूचना दी गई. पीड़ित को अस्पताल ले जाया गया.
वहां डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया. इस वारदात के बाद पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसमें तीनों हमलावर घटनास्थल के आसपास दिखे. पूछताछ में पकड़े गए दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उन्होंने हत्या में शामिल होने की बात मान ली है. तीसरे आरोपी की तलाश जारी है. पुलिस ने उनके पास से एक स्कूटर, एक मोटरसाइकिल और हत्या में इस्तेमाल किए गए पत्थर बरामद किए हैं.
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि मुख्य आरोपी बाबू पहले भी एक हत्या के मामले में शामिल रहा है. उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि बाबू और मनीष के बीच दुश्मनी किस वजह से थी. संतोष कुमार श्रीवास्तव की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है. फिलहाल दो आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं और तीसरे की तलाश में दबिश दी जा रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







