दिल्ली दंगा: जेल में जान को खतरा बताकर शरजील इमाम अदालत पहुंचे
The Wire
साल 2020 के दिल्ली दंगे मामले में जेल में बंद जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम ने अपने आवेदन में आरोप लगाया गया है कि जेल के सहायक अधीक्षक ने हाल ही में तलाशी की आड़ में आठ-दस लोगों के साथ उसके सेल में प्रवेश किया, उससे मारपीट की और आतंकवादी तथा राष्ट्र-विरोधी कहकर संबोधित किया.
नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शरजील इमाम ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट में गुहार लगाते हुए दावा किया कि उसके जीवन को जेल में खतरा है. वह वर्ष 2020 के पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए दंगे के मामले में कथित तौर पर साजिश रचने के आरोपी है.
शरजील के आवेदन के विशेष न्यायाधीश अमिताभ रावत के समक्ष सुनवाई के लिए आने की संभावना है. आवेदन में आरोप लगाया गया है कि जेल के सहायक अधीक्षक ने हाल ही में तलाशी की आड़ में आठ-दस लोगों के साथ उनके सेल में प्रवेश किया, उनसे मारपीट की और आतंकवादी तथा राष्ट्र-विरोधी कहकर संबोधित किया.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इमाम के वकील इब्राहिम ने दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत में एक न्यायाधीश के समक्ष एक आवेदन दिया, जिसमें जेल अधिकारियों को आवेदक पर किए गए अवैध हमले और तलाशी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का आग्रह किया गया है. साथ ही आगे किसी भी हमले या उत्पीड़न से उन्हें (इमाम) बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश अधिकारियों को देने की अपील की गई है.
आवेदन में अदालत से अधिकारियों को जेल के सीसीटीवी कैमरे में 30 जून की शाम 7.15 बजे से रात 8.30 बजे तक रिकॉर्ड किए गए वीडियो फुटेज को सुरक्षित रखने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है, जब यह कथित घटना हुई थी.