
दिल्ली के Rau's IAS कोचिंग सेंटर हादसे में दो अफसरों पर गिरी गाज, LG ने कार्रवाई को दी मंजूरी
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दिल्ली के एलजी वी.के. सक्सेना ने राजेंद्र नगर कोचिंग हादसे में दो अग्निशमन अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई को मंजूर दी है. पिछले साल 27 जुलाई को बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरी में जलभराव से तीन छात्रों की मौत हुई थी.
दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वी.के. सक्सेना ने राजेंद्र नगर के Rau's IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने के कारण 3 छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली फायर सर्विस (DFS) के दो अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को मंजूरी दे दी है. राज निवास के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. ये दोनों 'ग्रुप ए' अधिकारी पिछले साल इस घटना के बाद निलंबित कर दिए गए थे.
दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने बताया, 'दिल्ली एलजी ने सेंट्रल सिविल सर्विस (क्लासिफिकेशन, कंट्रोल एंड अपील) रूल, 1965 के तहत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को मंजूरी दी है. एलजी वीके सक्सेना ने सर्विलांस डायरेक्टोरेट को निर्देश दिए हैं कि इन अनुशासनात्मक कार्यवाहियों को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए.'
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क्या है पूरा मामला?
पिछले साल 27 जुलाई को राजेंद्र नगर में Rau's IAS स्टडी सर्कल के बेसमेंट में भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया था. कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी संचालित हो रहा था, इसके चलते तीन छात्र जलभराव में फंस गए और उनकी मौत हो गई थी. एलजी ने जिन दोनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, उन्होंने 1 जुलाई 2024 को फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी करने के लिए बिल्डिंग का इंस्पेक्शन किया था और बेसमेंट को अवैध रूप से बैठने के कमरे/लाइब्रेरी के रूप में उपयोग करने की अनुमति दे दी थी.
उन दोनों अधिकारियों के द्वारा दिए गए गलत सूचना के आधार पर 9 जुलाई 2024 को दिल्ली फायर सर्विस ने जिस बिल्डिंग में Rau's IAS स्टडी सर्कल चल रहा था, उसे फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी कर दिया था. दोनों अधिकारियों को बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने के संबंध में तथ्यों को छिपाने और मामले को उचित प्राधिकारी के समक्ष रिपोर्ट नहीं करने के लिए जिम्मेदार माना गया. जिला मजिस्ट्रेट की जांच के बाद पिछले साल एलजी वी.के सक्सेना ने दोनों फायर सेफ्टी अधिकारियों को निलंबित कर दिया था.

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