
'तो अपनी कीमत बोलो...' Shaadi.com वाले अनुपम मित्तल ने बताया कितने दहेज के लायक हैं आप!
AajTak
शादी डॉट कॉम पर आए नए फीचर को लेकर बात करते हुए अनुपम मित्तल ने एक वीडियो शेयर किया है. जिन लोगों को इस खास फीचर के बारे में नहीं पता, वो मित्तल की आलोचना कर रहे हैं.
बिजनेसमैन अनुपम मित्तल की मैट्रिमोनियल वेबसाइट शादी डॉट कॉम पर एक विशेष फीचर आया है. बीते कुछ दिनों से ये खूब वायरल है. सोशल मीडिया पर भी लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं. इस नए फीचर को 'दहेज कैलकुलेटर' नाम दिया गया है. यूजर्स के लिए कहा गया है कि वो इस पर अपनी डिटेल्स डालकर खुद की कीमत पता कर सकते हैं. इसमें कहा गया है कि डिटेल्स डालकर पता चल जाएगा कि कोई शख्स महिला के परिवार से कितना दहेज ले सकता है. लेकिन इसमें डिटेल्स डालने के बाद रिजल्ट में कुछ और ही आता है. उसमें दहेज के कारण होने वाली महिलाओं की मौत के आंकड़े दिखाई देते हैं.
डिटेल्स में यूजर ने उसकी शैक्षिक योग्यता, वित्तीय स्थिति समेत कई चीजें पूछी जाती हैं. उस पर क्लिक करने के बाद आंकड़े सामने आते हैं. इसी फीचर पर बात करते हुए अनुपम मित्तल ने एक वीडियो शेयर किया है. जिन लोगों को इस खास फीचर के बारे में नहीं पता, वो मित्तल की आलोचना कर रहे हैं. इस सरकास्टिक वीडियो के कैप्शन में वो ओम शांति ओम फिल्म का फेमस डायलॉग लिखते हैं, 'एक चुटती सिंदूर की कीमत अब तुम भी जानो रमेश बाबू.' वीडियो में मित्तल कहते हैं कि पहले दहेज कैलकुलेट करना कितना आसान था. लेकिन आजकल तो बहुत मुश्किल हो गया है. लोग कई चीजों के बारे में सोचना पड़ता है.
उनका ये पूरा वीडियो उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो दहेज की वकालत करते हैं. इसे अभी तक 8.78 लाख व्यूज मिले हैं, जबकि 29 हजार से अधिक लोगों ने लाइक किया है. सोशल मीडिया यूजर्स पोस्ट पर कमेंट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट सेक्शन में लिखा, 'दहेज को बढ़ावा क्यों दे रहे हैं? क्या आप ठीक हैं?' इस पर रिप्लाई करते हुए मित्तल ने लिखा, 'हां, क्योंकि ये एक बेहद गंभीर मुद्दा है.' एक अन्य यूजर ने कहा, 'दहेज को बढ़ावा क्यों? मैं समझ नहीं पाया, क्या ये मजाक है या आप गंभीर हैं?' वहीं तीसरे यूजर का कहना है, 'ये एक सोशल मैसेज है. कैलकुलेटर के आखिर में ये बताया जाता है कि दहेज लेना अपराध है.' चौथे यूजर ने कहा, 'अद्भुत पहल.' बता दें, अनुपम मित्तल पीपल ग्रुप के संस्थापक और सीईओ हैं, जिसने बाद में Shaadi.com लॉन्च किया था.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.

iQOO 15 भारत में लॉन्च हो चुका है. हफ्ते भर यूज करने के बाद हमें ये कैसा लगा. इस रिव्यू में बताएंगे. आम तौर पर iQOO की इमेज गेमिंग स्मार्टफोन वाली है. लेकिन इस बार चीजें थोड़ी बदली हैं. इस रिव्यू मे जानेंगे कि ये फोन कैसा परफॉर्म करता है. पेपर पर ये फोन पावरफुल लगता है, लेकिन क्या असलियत में ये अच्छा परफॉर्म कर रहा है? आइए जानते हैं.










