
'ड्रेनज सिस्टम सुधारने के लिए हमने जो किया वो 20 राज्यों की बीजेपी सरकार नहीं कर सकी', LG के आरोपों पर बोले सौरभ भारद्वाज
AajTak
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि कई बार बैठक बुलाई गई लेकिन इसमें अधिकारी शामिल नहीं हुए. मैंने अधिकारियों के इस मनमाने रवैये को लेकर गृह मंत्रालय को जानकारी भी दी. लेकिन कोई एक्शन लेने के बजाय उन अधिकारियों को 3 महीने का एक्सटेंशन दे दिया गया.
दिल्ली के राजेंद्र नगर में RAU's IAS कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद सियासत तेज हो गई है. इसी बीच दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ड्रेनेज सफाई समेत कई मुद्दों पर एलजी और बीजेपी को घेरा है.मंत्री ने कहा कि डिसेल्टिंग (गाद हटाने) के लिए दिल्ली सरकार ने सर्दियों में अधिकारियों की अहम बैठक बुलाई थी. लेकिन तमाम नोटिस के बावजूद भी इस मीटिंग में कोई अधिकारी शामिल नहीं हुआ.
मीटिंग में नहीं आया कोई वरिष्ठ अधिकारीः सौरभ आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में जलभराव को रोकने की योजना बनाने के लिए बुलाई गई बैठक में भी कोई उच्च अधिकारी शामिल नहीं हुआ. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि डिसेल्टिंग को लेकर दिल्ली सरकार ने जितनी कोशिश की है उतना 20 राज्यों में बीजेपी की सरकारों ने नहीं किया होगा.उन्होंने कहा कि डिसेल्टिंग के कामकाज का सबूत देने पर भी मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है. मंत्री ने आरोप लगाया कि मैंने अधिकारियों के इस मनमाने रवैये को लेकर गृह मंत्रालय को जानकारी भी दी. लेकिन कोई एक्शन लेने के बजाय उन अधिकारियों को 3 महीने का एक्सटेंशन दे दिया गया.
यह भी पढ़ें: डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से निपटने के लिए दिल्ली तैयार, सौरभ भारद्वाज ने दिए सख्त निर्देश
कहा- मुझे एलजी कार्यालय पर दया आती है सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुझे एलजी साहब के कार्यालय पर दया आती है कि वे उन अधिकारियों को बचाने के लिए कहानियां गढ़ रहे हैं जिनका डिसेल्टिंग में भ्रष्टाचार रंगे हाथों पकड़ा गया है. यह अपने गलत कामों के लिए बलि का बकरा ढूंढने की एलजी कार्यालय की हताशा को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि यह फाइल सीधे तौर पर यमुना में गिरने वाले 22 नालों से संबंधित है और इसका शहर में जलभराव से कोई लेना-देना नहीं है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे मंत्रालय की ओर से कोई फाइल लंबित नहीं है. एलजी साहब को दिल्ली की समझ नहीं है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी कार्यालय को जवाब देना चाहिए कि डिसेल्टिंग केवल कागजों पर ही क्यों की गई? नियमित लिखित निर्देशों के बावजूद सीएस ने गाद निकालने की रिपोर्ट सरकार के साथ साझा क्यों नहीं की? सीएस नरेश कुमार क्या छुपा रहे थे? मंत्री के लिखित निर्देश और हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सीएस ने थर्ड पार्टी ऑडिट क्यों नहीं कराया? बता दें कि एलजी कार्यालय ने आरोप लगाया था कि दिल्ली में डिसेल्टिंग से जुड़ी तमाम जरूरी फाइलें मंत्री सौरभ भारद्वाज ने महीनों तक लंबित रखी हैं.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







