
टैरिफ टेंशन के बीच पीएम मोदी-ट्रंप की हो सकती है मुलाकात, UNGA समिट के लिए अगले महीने जाएंगे अमेरिका
AajTak
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने अमेरिका के दौरे पर जा सकते हैं, जहां वह न्यूयॉर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की उच्चस्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे. यह बैठक 23 से 27 सितंबर के बीच आयोजित होगी, जबकि अंतिम दिन की कार्यवाही 29 सितंबर 2025 को होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने अमेरिका के दौरे पर जा सकते हैं, जहां वह न्यूयॉर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की उच्चस्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे. यह बैठक 23 से 27 सितंबर के बीच आयोजित होगी, जबकि अंतिम दिन की कार्यवाही 29 सितंबर 2025 को होगी.
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी कई वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों में भी हिस्सा ले सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात तय मानी जा रही है. साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संभावित बैठक की भी चर्चा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि दोनों पक्षों द्वारा अभी नहीं की गई है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा की इस उच्चस्तरीय आम बहस (General Debate) के लिए विश्व भर से नेता न्यूयॉर्क पहुंचेंगे. पीएम मोदी की यात्रा को कूटनीतिक नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें वैश्विक राजनीति और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की जाएगी.
हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) या विदेश मंत्रालय द्वारा अभी तक इस दौरे की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन तैयारियां जोरों पर हैं और बैठकें लगभग तय मानी जा रही हैं.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.










