झारखंडः सूबे में गहरा रहा भाषा का विवाद, CM हेमंत सोरेन, सांसद और विधायक की 'शवयात्रा' निकाली, 11 लोगों ने कराया मुंडन
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झारखंड भाषा संघर्ष समिति ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धनबाद में राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्थानीय विधायकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान सैकड़ों महिला-पुरुष ढोल नगाड़ों और झारखंडी नृत्य किया.
झारखंड में क्षेत्रीय भाषा की मान्यता को लेकर राज्य में जारी विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके तहत धनबाद में झारखंड भाषा संघर्ष समिति आंदोलन कर रही है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जिले के विधायक और सांसद के साथ मंत्रियों की शवयात्रा निकली गई. इतना ही नहीं प्रदर्शन करने वाले लोगों ने सड़क पर मुंडन करवाया. विवाद तब शुरू हुआ, जब झारखंड सरकार ने नियोजन में भोजपुरी, मगही और अंगिका भाषा को शामिल कर लिया.
डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.