‘जय भीम’ के निर्देशक ने वन्नियार समुदाय को आहत करने पर खेद जताया
The Wire
तमिल, तेलुगु सहित कई भाषाओं में आई फिल्म 'जय भीम' पर तमिलनाडु में विवाद खड़ा हो गया है. वन्नियार समुदाय का आरोप है कि फिल्म में उन्हें ग़लत तरीके से दिखाया गया है. निर्देशक टीजे ज्ञानवेल ने कहा कि विवाद की पूरी ज़िम्मेदारी उनकी है और इसके लिए अभिनेता सूर्या को निशाना बनाना अनुचित है.
चेन्नई: अभिनेता सूर्या अभिनीत फिल्म ‘जय भीम’ के निर्देशक टीजे ज्ञानवेल ने रविवार को कहा कि उनका किसी विशेष समुदाय को आहत करने का कोई इरादा नहीं था और जिन्हें भी उससे ठेस पहुंची उसके लिए वह खेद प्रकट करते हैं. அனைவருக்கும் வணக்கம்… pic.twitter.com/HfrGkSGwOh
तमिल और तेलुगु सहित अन्य भाषाओं में 1 नवंबर को रिलीज़ हुई ‘जय भीम’ पर तमिलनाडु में विवाद खड़ा हो गया है, जहां वन्नियार संगम और समुदाय के सदस्यों ने आरोप लगाया कि फिल्म में उन्हें खराब तरीके से चित्रित किया गया है. फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन-प्राइम वीडियो पर रिलीज किया गया था. — Gnanavel (@tjgnan) November 21, 2021
रिपोर्ट के मुताबिक, वन्नियार समुदाय तमिलनाडु में एक पिछड़ी जाति मानी जाती है, जिसने आरोप लगाया कि फिल्म में इसे एक नकारात्मक ढंग में चित्रित किया है और यह झूठा, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक है.
वन्नियार संगम ने फिल्म में पुलिस उप-निरीक्षक का किरदार, जिन्होंने इरुला आदिवासी व्यक्ति को प्रताड़ित किया था, का असली नाम एंथनीसामी से गुरु (गुरुमूर्ति) में बदलने पर विशेष आपत्ति जताई है. कहा है कि इस नाम परिवर्तन का उद्देश्य समुदाय को लक्षित करना था.