छत्तीसगढ़: कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, देखें किसे कहां से मिला टिकट
AajTak
कांग्रेस ने 90 विधानसभा वाले राज्य में अब तक 83 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी ने रविवार को 30 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी. 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में होंगे. वोटों की गिनती चार अन्य राज्यों के साथ 3 दिसंबर को होगी.
कांग्रेस ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए 53 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इसमें पार्टी के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा के बेटे अरुण वोरा को दुर्ग शहर से मैदान में उतारा गया है. मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. इसी के साथ पार्टी ने 90 विधानसभा वाले राज्य में अब तक 83 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
नई लिस्ट के मुताबिक पार्टी ने मौजूदा विधायक विकास उपाध्याय को रायपुर शहर पश्चिम विधानसभा सीट से, पंकज शर्मा को रायपुर ग्रामीण से और महंत राम सुंदर दास को रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. जितिन जयसवाल जगदलपुर से और शैलेश पांडे बिलासपुर से चुनाव लड़ेंगे.
बता दें कि कांग्रेस ने रविवार को 30 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी. 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में होंगे. वोटों की गिनती चार अन्य राज्यों के साथ 3 दिसंबर को होगी.
कांग्रेस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार दोहराने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस ने 2018 के चुनावों में 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की और सरकार बनाई. भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई, जबकि जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः 5 और 2 सीटें मिलीं. सदन में कांग्रेस की मौजूदा ताकत 71 है.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.