चुनाव नतीजों से पहले फिर उठे EVM पर सवाल, क्या इसे हैक करना संभव? जानें क्या हैं चुनाव आयोग के तर्क
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5 राज्यों के चुनावी नतीजे आने से पहले फिर से EVM पर सवाल उठने लगे हैं. समाजवादी पार्टी ने काउंटिंग सेंटर के पास जैमर लगाने की मांग की है. हालांकि, चुनाव आयोग कई बार कह चुका है कि EVM को हैक किया जाना संभव नहीं है, क्योंकि किसी इंटरनेट या नेटवर्क से कनेक्ट नहीं रहती.
Is EVM Hacking Possible: चुनाव के नतीजों से पहले एक बार फिर से EVM का मामला गर्मा गया है और मतगणना में गड़बड़ी के आरोप लगने लगे हैं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाया है. अखिलेश ने आरोप लगाया कि वाराणसी में EVM से लदी तीन गाड़ियां पकड़ी गई हैं, दो गाड़ियां निकल गईं, लेकिन तीसरी को सपा के कार्यकर्ताओं ने रोक लिया.
इसके बाद सपा ने काउंटिंग सेंटर में जैमर लगाने की मांग भी की है. वहीं, चुनाव आयोग ने जवाब देते हुए कहा कि गाड़ियों से जो EVM मिली हैं, वो ट्रेनिंग के मकसद से ले जाई जा रही थीं और उनका चुनाव में इस्तेमाल नहीं हुआ है.
पिछले कुछ सालों से चुनावों से पहले और नतीजों के बाद EVM पर सवाल उठाए जाते रहे हैं. हारने वाली पार्टी EVM हैकिंग का दावा करती है. हालांकि, चुनाव आयोग का कहना है कि EVM पूरी तरह सुरक्षित है और इसे हैक नहीं किया जा सकता.
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क्यों हैक नहीं की जा सकती EVM?
- EVM हैकिंग और छेड़छाड़ के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी. ये कमेटी चुनाव आयोग ने बनाई थी. इस कमेटी ने मई 2019 में अपनी रिपोर्ट दी थी. इस रिपोर्ट में EVM की हैकिंग या उससे छेड़छाड़ क्यों नहीं हो सकती, इसके दो तर्क दिए गए थे-
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