
गुजरात में अल्प्राजोलम बनाने वाली फैक्ट्री पर ATS का छापा... 107 करोड़ की प्रतिबंधित दवा के साथ छह गिरफ्तार
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गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने आणंद जिले के खंभात में एक फैक्ट्री पर छापेमारी की. इस दौरान 107 करोड़ कीमत की प्रतिबंधित अल्प्राजोलम दवा बरामद की. वहीं मौके से छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इस फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के अल्प्राजोलम का निर्माण किया जा रहा था, जो नींद की गोलियों में इस्तेमाल होने वाला एक पदार्थ है. इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.
गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने आणंद जिले में अल्प्राजोलम (Alprazolam) नाम का पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. एटीएस टीम ने इस दौरान मौके से 107 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस पूरे मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
एजेंसी के अनुसार, एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों ने खंभात शहर के पास एक फैक्ट्री किराए पर ली थी. यहां नींद की गोलियों में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ अल्प्राजोलम का निर्माण कर रहे थे. सहायक पुलिस आयुक्त (एटीएस) हर्ष उपाध्याय ने बताया कि अल्प्राजोलम एक पदार्थ है.
अल्प्राजोलम के दुरुपयोग के कारण यह नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के दायरे में आता है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस ने गुरुवार की शाम फैक्ट्री पर छापा मारा. इस दौरान 107 करोड़ रुपये की कीमत का 107 किलोग्राम अल्प्राजोलम पदार्थ मिला. इसी के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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अल्प्राजोलम को तैयार करने के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) लाइसेंस जारी करता है. यह दवा भी एनडीपीएस अधिनियम के दायरे में आती है. छापेमारी के समय आरोपियों से जब लाइसेंस मांगा गया तो उनके पास कोई लाइसेंस नहीं था. इस दौरान पांच आरोपी यूनिट का संचालन कर रहे थे, जबकि छठा व्यक्ति रिसीवर था. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पांचों आरोपियों ने साइकोट्रोपिक पदार्थ बनाने के लिए फैक्ट्री किराए पर ली थी.
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस दवा की आपूर्ति कहां की जानी थी और आरोपियों के मादक पदार्थ के नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं. इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और जांच के बाद मादक पदार्थों के नेटवर्क पर और खुलासे होने की उम्मीद है.

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