!['खूबसूरती की वजह से लोग करते थे ट्रोल, खुद को कमरे में बंद करना पड़ा'](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202207/gettyimages-484046326-594x594-sixteen_nine.jpg)
'खूबसूरती की वजह से लोग करते थे ट्रोल, खुद को कमरे में बंद करना पड़ा'
AajTak
'मिस इंग्लैंड ब्यूटी पीजेंट' जीत चुकी एक एक्ट्रेस ने बताया है कि यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान लोग उन्हें बुली करते थे. वह इन सबसे इतना ज्यादा परेशान हो गईं कि उन्होंने खुद को एक समय के लिए रूम में लॉक कर लिया था. उन्होंने बताया कि यह सब कुछ उनकी खूबसूरती की वजह से ही होता था.
एक लड़की का कहना है कि ‘अपनी खूबसूरती’ की वजह से ही उसे लोगों के बुरे व्यवहार का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि इस वजह से काफी समय तक उन्हें बंद कमरे में जिंदगी बितानी पड़ी. हालांकि, इसके बाद लड़की ने ‘मिस इंग्लैंड’ का खिताब जीतकर लोगों को चौंका दिया. अब वह म्यूजिक कंसर्ट आयोजित करने की वजह से चर्चा में है.
26 साल की नताशा हेमिंग्स ने इस बात का खुलासा किया कि यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान साथी स्टूडेंट्स उनसे जलते थे और उन्हें लगातार टारगेट करते थे. रोजाना बुली होने की वजह से उन्होंने खुद को अपने रूम में लॉक कर लिया था.
मुसीबतें बढ़ने के बावजूद उन्होंने मिस इंग्लैंड ब्यूटी पीजेंट में हिस्सा लिया और उन्हें विजेता घोषित किया गया. अब 7 साल बाद, ब्रिटेन के चेशायर की रहनेवाली नताशा ने अपनी जीत पर से पर्दा उठाया है.
नताशा ने कहा- 'म्यूजिक हमेशा से मेरा पैशन रहा था. 9 साल की उम्र से मैं क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग ले रही थी, लेकिन 18 साल तक आपकी आवाज मैच्योर नहीं होती है इसलिए मैंने यूनिवर्सिटी जाने का फैसला किया.
लेकिन मैंने जैसा एक्सपेक्ट किया था यह वैसा नहीं रहा. मेरे लुक्स और मेरी एजुकेशन को लेकर मुझे लोग ट्रोल करने लगे. लोगों को लगता था कि मैं ड्रामा जैसे सॉफ्ट सब्जेक्ट में पढ़ाई कर रही हूं.' नताशा ने आगे कहा- कुछ दिनों तक मैंने खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया था.
नताशा ने बताया- वास्तव में मेरी मां ने मुझे मिस इंग्लैंड की तरफ भेजा और यह मेरे लिए ट्रांसफॉर्मेशनल साबित हुआ.
![](/newspic/picid-1269750-20240612164729.jpg)
NEET on High Court: नीट परीक्षा परिणाम को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि नीट यूजी काउंसलिंग को रोका नहीं जाएगा. एचसी ने एनटीए को नोटिस देकर जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया है. इस मामले पर हाई कोर्ट में अगली सुनवाई 5 जुलाई 2024 को होनी है.
![](/newspic/picid-1269750-20240612125608.jpg)
WHO के मुताबिक, H9N2 वायरस के चलते होने वाले बर्ड फ्लू 4 साल का एक बच्चा संक्रमित पाया गया. मरीज को सांस लेने में तकलीफ, बुखार और पेट में तेज दर्द के चलते फरवरी में लोकल अस्पताल के एक पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में एडमिट कराया गया था. तीन महीने के इलाज के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया था.