
खालिस्तानियों के बाद अब नाजियों का सम्मान कर घिरे Justin Trudeau, स्पीकर को यहूदियों से मांगनी पड़ी माफी
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खालिस्तान को समर्थन देने वाले जस्टिन ट्रूडो अब अपने ही देश में घिरते नजर आ रहे हैं. पहले उन्होंने निज्जर की हत्या के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की, लेकिन किसी भी मित्र मुल्क ने उनका साथ नहीं दिया और अब कनाडा की संसद में पूर्व नाजी सैनिक का सम्मान करने पर उन्हें घेरा जा रहा है.
खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारत का नाम घसीटने वाले जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) अब खुद के देश में घिरते नजर आ रहे हैं. एक तरफ भारत को घेरने चले ट्रूडो का उनके मित्र मुल्क ही खुलकर साथ नहीं दे रहे हैं. ऐसे में अब ट्रूडो की एक और गलती उन पर भारी पड़ती दिख रही है.
कनाडा में विपक्ष के नेता पियरे पोलिवर (Pierre Poilievre) ने कनाडाई संसद में पूर्व नाजी सैनिक को सम्मान देने पर जस्टिन ट्रूडो की जमकर निंदा की है. उन्होंने ट्रूडो से सार्वजनिक माफी मांगने के लिए भी कहा है. पियरे के इस मुद्दे को उठाने के बाद कनाडाई संसद के स्पीकर को यहूदियों से माफी मांगनी पड़ी है.
संसद में दिया गया स्टैंडिंग ओवेशन
दरअसल, हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) कनाडा के दौरे पर पहुंचे थे. उनके साथ द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जंग लड़ने वाला 14वीं वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन का एक पूर्व नाजी सैनिक भी था. जेलेंस्की के साथ पूर्व सैनिक जब कनाडा की संसद में पहुंचा, तब उसे स्टैंडिंग ओवेशन (खड़े होकर स्वागत करना) दिया गया था. पियरे ने इस मुद्दे पर ही ट्रूडो को घेरना शुरू कर दिया है.
विजिट के लिए लिबरल पार्टी जिम्मेदार
सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए पियरे ने कहा,'यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की कनाडा यात्रा पर पूर्व नाजी सैनिक को संसद में सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन लिबरल पार्टी (ट्रूडो की पार्टी) ने किया था. यह जस्टिन ट्रूडो की एक बड़ी गलती है और इसके लिए पूरी तरह से ट्रूडो और उनके ऑफिस के कर्मचारी जिम्मेदार हैं.'

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