
क्या कॉमेडी से सोशल मैसेज पर शिफ्ट हो रहा तारक मेहता का उल्टा चश्मा?
AajTak
तारक मेहता
'हंसते रहो, खुश रहो' टैग लाइन के साथ तारक मेहता का उल्टा चश्मा की शुरुआत हुई. शो का एक-एक सीन हंसी के ठहाकों से भरपूर रहा है. टपु की शैतानी, चंपक चाचाजी का भोलापन, दयाबेन की मासूमियत और चारों तरफ से परेशानी से घिरे जेठालाल. शो हमेशा ही फैंस को एंटरटेन करता रहा हैं. शो ने टीआरपी चार्ट में साल दर साल कई बड़े शो को पछाड़ा है. पर पिछले एक साल से कोरोना की मार के कारण सबकुछ उथल पुथल हो गया है. दुनिया में इंसान की जिंदगी बदल गई है तो साथ ही बदल गए हैं शो, शो के पैटर्न, शो की स्टाइल. क्योंकि कोरोना के बढ़ते मामले का असर एक बार फिर तारक मेहता सहित मुंबई में शूट होने वाले तमाम टीवी सीरियल्स पर पड़ा है जो आप-हम घर बैठकर देखते हैं. शो छोड़ रहे हैं खुद के प्लाट शूटिंग रुकने, बाधित होने, स्टार्स के पॉजिटिव होने का असर कई शो पर पड़ रहा है. कुछ टीवी शो पिछले साल बंद भी हुए. अब कई ने अपने पैटर्न को बदल दिया है. कम लोगों के बीच, कम लोगों के साथ शूटिंग को मजबूर हो रहे हैं. तारक मेहता का उल्टा चश्मा भी इससे अछूता नहीं है. पिछले साल लॉकडाउन के बाद शो जुलाई से फिर से शुरू हुआ था लेकिन पिछले एक महीने से लगातार मुश्किल में है.More Related News

राम गोपाल वर्मा ने उर्मिला मतोंडकर से जुड़े पुराने आरोपों और कयासों का जवाब दिया. उर्मिला संग डायरेक्टर ने 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती सालों में काफी काम किया था. राम के साथ उर्मिला की फिल्मों जैसे 'रंगीला', 'दौड़', 'सत्या' और 'प्यार तूने क्या किया' ने उन्हें उस दौर के सबसे आइकॉनिक चेहरों में से एक बनाया था.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.











