कोविड-19: मीडिया से ख़राब स्वास्थ्य सुविधाओं की शिकायत करने पर यूपी के गांववालों पर एफ़आईआर
The Wire
द वायर ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि गौतमबुद्धनगर ज़िले के मेवला गोपालगढ़ के लोगों का एक नीम के पेड़ के नीचे ‘इलाज’ हो रहा है. ज़िला प्रशासन ने गांव के पूर्व प्रधान समेत दो लोगों पर अफ़वाह फैलाने का आरोप लगाया है. आरोप के अनुसार, दोनों प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार और ज़िला प्रशासन की छवि को ख़राब करने के इरादे से अफ़वाह फैलाकर गांववालों को गुमराह कर रहे हैं.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर तहसील में आने वाले मेवला गोपालगढ़ गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में वहां के कोविड पॉजिटिव निवासियों का एक नीम के पेड़ के नीचे ‘इलाज’ किए जाने की एक रिपोर्ट द वायर द्वारा किए जाने के बाद राज्य सरकार ने कुछ निवासियों पर मीडिया को झूठा बयान देने का आरोप लगाते हुए निशाना बनाया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने गांव के 65 वर्षीय पूर्व प्रधान हरवीर तलन और योगेश तलन पर महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की छवि को खराब करने के इरादे से अफवाह फैलाकर गांव के निवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. पूर्व प्रधान हरवीर तलन ने द वायर को बताया था कि 19 अप्रैल को पंचायत चुनाव के बाद से असामान्य रूप से बड़ी संख्या में निवासियों ने बीमारी की शिकायत की थी. उन्होंने कहा था, ‘एक भी घर ऐसा नहीं है, जहां किसी को खांसी या बुखार न हो. प्रशासन दो मोर्चों, बीमारों की जांच और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में बुरी तरह विफल रहा है. इस गांव में लोग अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं.’More Related News