कोरोना वैक्सीन को लेकर क्यों आपस में भिड़ गए हैं यूरोप के देश?
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कोरोना महामारी से जूझ रहे दुनिया के कई देश वैक्सीन के लिए बड़े देशों पर निर्भर हैं लेकिन पहले ओवरबुकिंग और अब बड़े देशों में सप्लाई को लेकर जंग छिड़ गई है. यूरोप के देशों और ब्रिटेन में तो तनाव इस हद तक बढ़ गया है कि बैन की धमकी तक एक-दूसरे को देने लगे हैं. पेटेंट को लेकर भी अमीर और गरीब देश आमने-सामने हैं.
एक तरफ जहां कोरोना महामारी दुनिया भर में तेजी से वापसी कर रही है वहीं वैक्सीनेशन को तेज करने की जरूरत भी एक्सपर्ट बता रहे हैं. दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं जहां अभी तक कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं पहुंची है वहीं कई देशों में भारत समेत कुछ देशों की भेजी वैक्सीन से टीकाकरण शुरू हुआ है लेकिन अभी भी बड़ी तादाद में लोगों को वैक्सीन का इंतजार है ताकि महामारी से सुरक्षा को मजबूत किया जा सके. लेकिन इन सबके बीच कोरोना की वैक्सीन को लेकर यूरोप के देशों में अलग ही जंग का नजारा देखने को मिल रहा है. ऑक्सफोर्ड द्वारा तैयार एस्ट्राजेनका की वैक्सीन को लेकर विवाद यूरोपीय यूनियन के देशों और ब्रिटेन के बीच बढ़ता जा रहा है. बल्कि यूरोपीय यूनियन ने ब्रिटेन को धमकी तक दे डाली है कि अगर एस्ट्राजेनका की वैक्सीन की उसे सप्लाई शुरू नहीं हुई तो ब्रिटेन में बनी वैक्सीन पर बैन लगाया जा सकता है.भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
इजरायल ने रफा में हमास के ठिकानों पर रविवार को हवाई हमला किए हैं. इजरायली सेना के इस हमले में कम से कम 35 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं. गाजा में हमास द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा, हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.