कोरोना: किन राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत, क्या है सबसे बड़ी समस्या, जानिए सबकुछ
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बड़े राज्यों में तो इस समय ऑक्सीजन संकट देखने को मिल ही रहा है, गांव में तो स्थिति बद से बदतर है. सवाल तो उठता है कि भारत में कोरोना संकट के बीच ये ऑक्सीजन की किल्लत क्यों हुई? ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई करने में क्या दिक्कत आ रही है?
देश में कोरोना की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. रोज लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी डराने लगा है. बढ़ते केस की वजह से देश के कई राज्यों में अब ऑक्सीजन की किल्लत देखने को मिल रही है. हालात इतने खराब हैं कि कई राज्य ऑक्सीजन के लिए अपने पड़ोसी राज्यों पर निर्भर दिख रहे हैं. किन राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत?राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.