केंद्र के टीका समिति के प्रमुख ने कहा, अच्छी गुणवत्ता न होने के चलते हुई कोवैक्सीन की कमी
The Wire
टीकाकरण सलाहकार समिति के प्रमुख एनके अरोड़ा ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में कोवैक्सीन का उत्पादन कई गुना बढ़ेगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वैक्सीन की जो खेप अच्छी गुणवत्ता की नहीं थी, उसे टीकाकरण के लिए नहीं भेजा गया था.
नई दिल्ली: भारत सरकार के टीकाकरण सलाहकार समिति के प्रमुख एनके अरोड़ा ने कहा है कि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन की सप्लाई इसलिए धीमी पड़ी हुई है क्योंकि शुरूआत में इसके कुछ खेप अच्छी गुणवत्ता के नहीं थे. .@OnReality_Check | "Initial couple of batches (of #Covaxin produced in Bengaluru plant) were not of the right quality": Dr N K Arora, Head of the government's vaccine advisory panel, on Covaxin falling short of targets#CovidVaccine pic.twitter.com/dpKTXonoAy एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में अरोड़ा ने स्वीकार किया कि सरकार कोवैक्सीन के ज्यादा उत्पादन की आस लगाए हुए बैठी थी, लेकिन उसे उस समय झटका लगा जब कंपनी के सबसे बड़े बेंगलुरु प्लांट में इसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं पाई गई. हालांकि उन्होंने इसके साथ यह भी स्पष्ट किया कि इन टीकों को टीकाकरण के लिए नहीं भेजा गया था. — NDTV (@ndtv) August 2, 2021 अरोड़ा ने चैनल से कहा, ‘बेंगलुरु प्लांट विश्व में सबसे बड़े वैक्सीन निर्माण प्लांट्स में से एक है. लेकिन शुरुआत में इसके कुछ खेप की गुणवत्ता अच्छी नहीं थी. लेकिन अब तीसरी और चौथी खेप आई है, जिसे आगे बढ़ाया गया है. हमें उम्मीद है कि अगले चार या छह सप्ताह में भारत बायोटेक से वैक्सीन का उत्पादन वास्तव में बढ़ जाएगा.’More Related News