
कुत्तों को हटाने का वैक्यूम इफेक्ट क्या होता है... क्यों साइंटिस्ट आगाह करते हैं इस स्थिति से?
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अवारा कुत्तों की समस्या भारत के लिए गंभीर है, जो जन स्वास्थ्य, सड़क सुरक्षा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है. AWBI की नीति और पशु अधिकार समूहों का दृष्टिकोण लोगों के हितों को नजरअंदाज कर रहा है. हमें ऐसी नीति बनानी होगी जो इंसानों, कुत्तों और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए, ताकि सभी सुरक्षित रहें.
भारत में आज एक बड़ी समस्या बन चुके हैं करीब 6 करोड़ स्वच्छंद (घूमने वाले) कुत्ते, जो हर साल लाखों लोगों पर हमला करते हैं. सार्वजनिक जगहों पर लोगों की जान ले रहे हैं. यह समस्या केवल कुत्तों तक सीमित नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य, पर्यावरण और सड़क सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है. लेकिन इन्हें सड़कों से और शहरों से हटाने से वैक्यूम इफेक्ट (Vacuum Effect) पैदा होगा.
वैक्यूम इफेक्ट क्या है?
वैक्यूम इफेक्ट (Vacuum Effect) तब होता है जब किसी क्षेत्र से स्वच्छंद कुत्तों को हटाया जाता है, तो उनके स्थान पर नए कुत्ते आकर बस जाते हैं. यह इसलिए होता है क्योंकि खाने का स्रोत (कचरा) और जगह खाली हो जाती है, जो नए कुत्तों को आकर्षित करता है. इस बात पर जोर है कि केवल कुत्तों को हटाना पर्याप्त नहीं है, अगर कचरा प्रबंधन और खाने को सोर्सेज को कंट्रोल न किया जाए.
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अवारा कुत्तों का बढ़ता खतरा

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