किसान आंदोलन: पूरे होंगे 'दिल्ली चलो' के एक साल, बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी
AajTak
संयुक्त किसान मोर्चा यानी एसकेएम ने कहा है कि बीते साल 26-27 नवंबर को दिल्ली चलो के आह्वान से शुरू हुआ था. ऐसे में किसान आंदोलन कल अपने ऐतिहासिक संघर्ष के एक वर्ष पूरा करेगा. हमें इतना लंबा संघर्ष छेड़ना पड़ा, ये सरकार की अपने मेहनतकश नागरिकों के प्रति असंवेदनशीलता और अहंकार एक स्पष्ट प्रतिबिंब है.
हाल ही में केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है. हालांकि किसान अभी भी सभी मांगों को लेकर सुनिश्चित हो लेने तक आंदोलन को रोकना नहीं चाहते. किसान सरकार के साथ एमएसपी पर चर्चा चाहते हैं. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा यानी एसकेएम ने कहा है कि बीते साल 26-27 नवंबर को दिल्ली चलो के आह्वान से शुरू हुआ था. ऐसे में किसान आंदोलन कल अपने ऐतिहासिक संघर्ष के एक वर्ष पूरा करेगा. हमें इतना लंबा संघर्ष छेड़ना पड़ा, ये भारत सरकार की अपने मेहनतकश नागरिकों के प्रति असंवेदनशीलता और अहंकार एक स्पष्ट प्रतिबिंब है.
देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है. इस सरकार में बिहार की JDU और आंध्र प्रदेश की TDP अहम रोल निभाने जा रही है. दोनों ही क्षेत्रीय दल लंबे समय से अपने प्रदेशों को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठा रहे हैं. इस चुनाव में टीडीपी ने 16 सीटें और जेडी (यू) ने 12 सीटें जीतीं हैं. दोनों ही दल बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा हैं.