
एक मैच-2 टीमें, खस्ताहाल पटना स्टेडियम... बिहार में हुए रणजी मैच में बवाल क्यों हुआ? जानिए इनसाइड स्टोरी
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बिहार के पटना में मौजूद मोइनुलहक स्टेडियम में जो कुछ हुआ, वो जेटलमैन की 'इंटरनेशनल बेइज्जती' से कम नहीं था. अब इस मामले में खेलमंत्री ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. अब पटना में इस स्टेडियम की इंटरनेशनल बेइज्जती का जिम्मेदार कौन है, इस मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है.
Biahr Ranji Team, Moin-ul-Haq Stadium controversy Update: बिहार की राजधानी पटना और वहां मौजूद मोइनुलहक स्टेडियम में पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उससे सबसे ज्यादा निराश वहां के क्रिकेट प्रेमी हुए. एक ही मैच में बिहार की दो टीमें मैच खेलने पहुंच गई, फिर बीसीए अधिकारी का भी सर फट गया. कुल मिलाकर अव्यवस्था चरम पर थी. यहां तक कहा गया कि इस वजह से जो बेइज्जती हुई, ऐसे में इसका जिम्मेदार कौन है ? खेल मंत्री ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) पर जानबूझ कर वहीं मैच कराने का लगाया आरोप लगाया है. उन्होंने कहा हमने ऊर्जा स्टेडियम की मांग की थी.
बिहार मे सालों बाद क्रिकेट की रौनक तब लौटी, जब पटना के मोइनुल हक स्टेडियम मे बिहार और मुंबई के बीच एलीट ग्रुप का रणजी मैच खेला गया. दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी. लेकिन इन सबके बीच स्टेडियम की जर्जर हालत की चर्चा पूरे देश भर मे हुई.
स्टेडियम के खस्ता हालत की वजह से पूरे देश में बिहार की किरकिरी हुई. दर्शक दीर्घा की टूटी और दरार पड़ी दीवारें, तो कहीं दीवारों कपड़ों के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए. इतना ही नही खराब पड़े स्कोर बोर्ड के कारण भी दर्शको का गुस्सा खूब फूटा.
खेल मंत्री ने बीसीए पर लगाए आरोप
इस मामले में आजतक की टीम ने स्टेडियम की खस्ता हालत पर बिहार सरकार के खेल मंत्री जितेंद्र कुमार राय से बातचीत की तो खेल मंत्री ने कहा कि स्टेडियम की हालत तो खराब है, लेकिन हमलोग ने उसका ड्राफ्ट तैयार करवा लिया है. जल्द ही स्टेडियम पूरी तरह बन कर तैयार हो जाएगा.
जर्जर दर्शक दीर्घा में पहुंच रहे दर्शकों के खतरे के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इसमें बीसीए की दोहरी मानसिकता हो सकती है. बीसीए इस मैच को किसी और ग्राउंड पर भी करवा सकता था. ऊर्जा स्टेडियम के ग्राउंड मे भी मैच करवा सकते थे. बीसीए ने दोहरी नीति की मानसिकता अपनाई है.

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