
'उसकी जोरू और अम्मा को छोड़ना मत...', प्रेमी के खिलाफ वीडियो बनाकर महिला ने दी जान
AajTak
बल्लारी के हुसैन नगर में 23 वर्षीय विवाहिता की आत्महत्या का मामला सामने आया है. महिला दो बच्चों की मां थी और पिछले छह महीनों से पति से अलग रह रही थी. परिजनों ने एक युवक से विवाद की आशंका जताई है. पुलिस ने गांधीनगर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कर्नाटक के बल्लारी जिले से एक बेहद संवेदनशील और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 23 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या से मौत हो गई. यह घटना हुसैन नगर इलाके की बताई जा रही है. मृतका की पहचान मुन्नी के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है.
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, मुन्नी शादीशुदा थी और दो बच्चों की मां थी. वह पिछले करीब छह महीनों से अपने पति से अलग रह रही थी. इस दौरान वह हुसैन नगर क्षेत्र में रह रही थी. परिजनों का कहना है कि इस अलगाव के समय में उसकी पहचान मोहम्मद शेख नामक युवक से हुई थी और दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी.
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि घटना से पहले मुन्नी और मोहम्मद शेखावली के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. आशंका जताई जा रही है कि इसी विवाद और मानसिक तनाव के चलते मुन्नी ने यह कदम उठाया. हालांकि, पुलिस का कहना है कि फिलहाल किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी और सभी तथ्यों की गहनता से जांच की जा रही है.
सामने आए सुसाइड से पहले के वीडियो में महिला क्षेत्रीय भाषा में बता रही है कि 'मेरे प्रेमी , उसकी जोरू (पत्नी) और मां को छोड़ना मत.इन लोगों ने मुझे मुंह दबाकर बहुत मारा. आजतक मैंने किसी को नहीं बताया, आज बोल रही हूं.'
बताया जा रहा है कि घटना से पहले मुन्नी ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसकी पुलिस तकनीकी जांच कर रही है. इस वीडियो को भी जांच का अहम हिस्सा माना जा रहा है, ताकि यह समझा जा सके कि वह किन परिस्थितियों और मानसिक दबाव से गुजर रही थी. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या किसी तरह का दबाव, धमकी या उकसावे की भूमिका इस मामले में रही है. घटना की सूचना मिलते ही गांधीनगर पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मृतका के परिजनों तथा संबंधित लोगों के बयान लिए जा रहे हैं.

अरावली मॉनसूनी हवाओं और बादलों को रोककर ओरोग्राफिक बारिश कराती है. दिल्ली-NCR को धूल-आंधियों से बचाती है. चार राज्यों के 29 जिलों में फैली यह रेंज 5 करोड़ लोगों की जलवायु, पानी और जैव विविधता के लिए जरूरी है. 31 स्तनधारी, 300 पक्षी और 200+ पौधों की प्रजातियां यहां हैं. जानिए क्यों जरूरी है अरावली...

आज दस्तक नाउम्मीदी और अन्याय के खिलाफ, जिसने कानपुर के बउवन सिंह, गोरखपुर की गुजराती देवी और मिर्जापुर की मुन्नी देवी को पुलिस-प्रशासन के सामने खुदकुशी की कोशिश करने पर मजबूर कर दिया. इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के बाद भी जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो मौत को लगे लगाने की कोशिश की. अगर जिले के कलेक्टर, जिले के कप्तान पीड़ितों को न्याय नहीं दिलाएंगे तो कौन दिलाएगा? देखें 10 तक.

उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी में एक बेहद दर्दनाक हत्या का मामला सामने आया है. जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को इतनी बुरी तरह काटा गया कि पुलिस को पहले पहचानने में दिक्कत हुई. पत्नी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने शव के टैटू से हत्या की पहचान की.

बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की भीड़ ने दीपू दास की इसलिए मॉब लिंचिंग की क्योंकि उन पर पैगम्बर मोहम्मद साहब का अपमान करने का आरोप था. लेकिन अब बांग्लादेश की पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच में बताया है कि उसे दीपू पर लगे किसी भी आरोप का सबूत नहीं मिला है. इस पर ना तो किसी ने All Eyes On Bangladesh की मुहिम चलाई और ना ही किसी ने Hindu Lives Matter का नारा लगाया. क्या बांग्लादेश के 1 करोड़ 30 लाख अल्पसंख्यक हिंदुओं की जान की कोई कीमत नहीं? देखें ब्लैक एंड व्हाइट.









