
इवेंट का जाल, किडनैपिंग और फिरौती... सुनील पाल-मुश्ताक ख़ान जैसे सितारों को ऐसे फंसाता था मेरठ का गैंग
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मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल से लेकर बॉलीवुड एक्टर मुश्ताक ख़ान तक. इवेंट के नाम पर इन नामचीन हस्तियों को यूपी के किडनैपर्स ने वो दर्द दिया है, जो ना तो किसी को दिखाते बन रहा है और ना ही छुपाते. ये दर्द पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शातिर अपराधियों ने इन्हें दिया है.
West UP Lavi Pal Gang Disclosure: मेरठ में एक ऐसे गैंग का खुलासा हुआ है, जो पहले इवेंट के नाम पर मुंबई से अभिनाओं को बुलाता था और फिरौती के लिए उनका अपहरण कर लेता था. बाद में उन्हें पैसे लेकर छोड़ दिया जाता था. शर्म और बदनामी की वजह से कई बॉलीवुड हस्तियों ने इस गैंग के चंगुल से छूटने के बावजूद खामोश रहना बेहतर समझा. उन लोगों ने इस बारे में पुलिस से भी कोई शिकायत नहीं की. लेकिन इस गैंग का खुलासा उस वक्त हुआ, जब इस गैंग ने कॉमेडियन सुनील पाल और अभिनेता मुश्ताक खान को अगवा किया.
सुनील पाल और मुश्ताक खान बने शिकार पुलिस ने देश के सबसे अनोखे किडनैपिंग गैंग के गुर्गों ने पकड़ा है. सबको हंसाने वाले कॉमेडियन सुनील पाल तो आपको याद हैं ना. उन्हें भला कौन भुला सकता है. वेलकम फिल्म के ये वो किरदार हैं, जिन्हें बैसाखी थमा कर उदय और मजनूं भाई बाकी को डराया करते थे. नाम है मुश्ताक खान. अब आप कहेंगे गैंग के गुर्गों और इन फिल्मी सितारों का आपस में क्या कनेक्शन है. कहीं ये किसी नए फिल्म का प्ल़ॉट तो नहीं. तो, जी नहीं. असल में मेरठ के किडनैपिंग गैंग के ये वो गुर्गे हैं जिन्होंने अलग अलग किश्तों में पहले मुश्ताक खान और फिर सुनील पाल को कुछ यूं अगवा किया कि दोनो खुशी खुशी कब खुद को अगवा करवा बैठे इन्हें तब तक पता ही नहीं चला जब तक कि ये वापस अपने घर मुंबई नहीं लौटे.
धोखे से अगवा कर वसूले लाखों रुपये मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल से लेकर बॉलीवुड एक्टर मुश्ताक ख़ान तक. इवेंट के नाम पर इन नामचीन हस्तियों को यूपी के किडनैपर्स ने वो दर्द दिया है, जो ना तो किसी को दिखाते बन रहा है और ना ही छुपाते. क्या आप यकीन करेंगे कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शातिर अपराधियों ने पिछले चंद दिनों में जाल बिछा कर ना सिर्फ इन दोनों एक्टर्स को यूपी बुलाया, बल्कि दोनों को धोखे से अगवा कर उनसे लाखों रुपये वसूल लिए.
मेरठ से मुंबई तक फैला है ये किडनैपिंग रैकेट बल्कि अब तो सूत्रों पर यकीन करें, तो अपहरण की ये कहानी बस इन्हीं दोनों कॉमेडियन और एक्टर्स तक ही सिमटी नहीं है, बल्कि पिछले छह महीनों में यूपी के इस गैंग ने लगभग आधे दर्जन एक्टर्स को यूं ही धोखे से अपने शिकंजे में फंसा कर उनसे लाखों रुपये की वसूली की है. मेरठ से लेकर बिजनौर और बिजनौर से लेकर मुंबई तक फैले इस किडनैपिंग रैकेट का एक-एक सिरा आज खोल कर आपके सामने रखेंगे. और ये धागे जितने खुलेंगे, आपकी हैरानी उतनी ही बढ़ती जाएगी. तो आइए शुरुआत करते हैं उस वारदात से, जो सबसे पहले सुर्खियों में आई.
2 दिसंबर 2024, नई दिल्ली इस तारीख से कुछ रोज पहले एक्टर सुनील पाल से अनिल नाम के एक नौजवान ने संपर्क किया था और उन्हें हरिद्वार में एक इवेंट में शामिल होना न्यौता दिया. सुनील ने अपनी फीस बताई, एडवांस में एक टोकन मनी ले ली. तय तारीख पर यानी 2 दिसंबर को वो मुंबई से फ्लाइट लेकर दिल्ली पहुंच गए. दिल्ली में उनकी आगवानी के लिए एयरपोर्ट पर इवेंट ऑर्गेनाइज़र मौजूद थे. सुनील फ्लाइट से उतर कर सीधे कार में बैठे और कार दिल्ली से हरिद्वार के रास्ते पर फर्राटे भरने लगी. लेकिन अभी गाड़ी आधे रास्ते में पहुंची ही थी कि सुनील के साथ खेल हो गया. बीच रास्ते में चाय नाश्ते के बहाने कार रोक कर ऑर्गेनाइज़र्स ने सुनील को एक दूसरी गाड़ी में बिठाया और फिर उनकी आंखों में पट्टी बांध कर उन्हें हरिद्वार की जगह मेरठ की गुमनाम जगह पर ले गए. यानी अब सुनील पाल का अपहरण हो चुका था.
सुनील से किश्तों में वसूले 8 लाख रुपये बदमाशों के शिकंजे में फंसे सुनील के पास अब उनकी हर बात मानने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं था. किडनैपर्स ने उन्हें डरा धमका कर अलग-अलग किश्तों में कुल 8 लाख रुपये अपने एकाउंट में ट्रांसफर करा लिए. हालत ये हुई घबराए सुनील ने डर के मारे अपने घर वालों तक को अपनी किडनैपिंग की खबर नहीं दी और अपने दोस्तों से ही पैसे मांग-मांग कर किडनैपर्स को ट्रांसफर करते रहे. उधर, सुनील के अचानक गायब हो जाने से पहले उनकी बीवी ने मुंबई में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई और फिर बाद में सांताक्रूज थाने में उनकी किडनैपिंग की एफआईआर लिखी गई. अब तक मेरठ पुलिस को इस वारदात की कोई जानकारी नहीं थी.

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