
इन फिल्मों में पुलिस इंस्पेक्टर बन छाए Anil Kapoor, 'झक्कास' एक्टिंग ने किया इंप्रेस
AajTak
अब वेलकम मूवी में मजनू भाई का रोल ही ले लीजिए. एक्टर ने अपने करियर के सेकेंड ऑफ फेज (2000 के बाद) में पुलिस के कुछ रोल्स किए. लेकिन उसमें भी उनका वही बिंदास अंदाज नजर आया. एक्टर पुलिस के रोल में भी अपनी अलग छाप छोड़ते हैं और एकदम जुदा नजर आते हैं.
बॉलीवुड के 'मिस्टर झक्कास' अनिल कपूर को इंडस्ट्री में 4 दशक से ज्यादा का समय हो चुका है. एक्टर ने अपने करियर के दौरान एक्शन से लेकर रोमांटिक फिल्मों में काम किया है. लेकिन बहुत कम ऐसे मौके रहे हैं जब उन्होंने पुलिसवाले का रोल प्ले किया हो. कुछ मौकों पर वे आर्मी अफसर के रोल्स भी कर चुके हैं. लेकिन एक्टर शुरू से ही टपोरी रोल करने के लिए जाने जाते थे.
अब वेलकम मूवी में मजनू भाई का रोल ही ले लीजिए. एक्टर ने अपने करियर के सेकेंड ऑफ फेज (2000 के बाद) में पुलिस के कुछ रोल्स किए. लेकिन उसमें भी उनका वही बिंदास अंदाज नजर आया. एक्टर पुलिस के रोल में भी अपनी अलग छाप छोड़ते हैं और एकदम जुदा नजर आते हैं. अब वे थार मूवी में एक बार फिर से पुलिसगिरी करते नजर आएंगे. लेकिन उनका ये रोल उनके पहले के कॉप रोल्स के मुकाबले में थोड़ा जुदा है. इसमें वे सीरियस रोल में नजर आ रहे हैं. आइये मुखातिब होते हैं अनिल कपूर के अब तक के कुछ पॉपुलर कॉप रोल्स से.
Thar Trailer: बेटे हर्षवर्धन संग स्क्रीन शेयर करेंगे अनिल कपूर, सस्पेंस से भरी होगी फिल्म
राम लखन- सुभाष घाई की राम लखन मूवी में पहली बार किसी पुलिस वाले के रोल के लिए अनिल कपूर पहचाने गए थे. ये उनके करियर के शुरुआती समय की फिल्म थी. फिल्म में वे बने तो पुलिसवाले थे लेकिन उनका रोल एकदम बिंदास था. फिल्म का पॉपुलर सॉन्ग 'वन टू का फोर, फोर टू का वन माए नेम इज लखन' फिल्म में उनके पूरे कैरेक्टर को आइडेंटिफाई कर देता है. फिल्म में अनिल द्वारा प्ले किया गया लखन का रोल आज भी उनके करियर के सबसे शानदार रोल्स में से एक है.
रेस- इसके बाद लंबे वक्त बाद अनिल कपूर फिल्म रेस में कॉप के रोल में नजर आए. फिल्म में उनका रोल थोड़ा मिस्टीरियस था और लोगों को पसंद भी आया था. इसमें सैफ अली खान, कटरीना कैफ, बिपासा बसु और अक्षय खन्ना भी अहम रोल में थे. फिल्म सुपरहिट रही थी और इसके बाद इसके सीक्वल्स भी काफी हिट हुए.
''मैं इलायची का ऐड करता हूं, अगर कोई चीज इतनी नुकसानदेह है, तो बिकनी ही नहीं चाहिए''- अजय देवगन

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










