
'इनके शरबत के पैसे से मस्जिद-मदरसे बनते हैं', पतंजलि जूस का प्रचार करते हुए बाबा रामदेव ने छेड़ा नया राग
AajTak
पतंजलि जूस और शरबत का प्रचार करते हुए 'शरबत जिहाद' वाली टिप्पणी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है. रामदेव ने एक अन्य कंपनी पर शरबत की कमाई से मस्जिद और मदरसे बनाने का आरोप लगाया.
योग गुरु और पतंजलि के सह-संस्थापक स्वामी रामदेव ने अपने ताजा वीडियो में पतंजलि जूस और शरबत का प्रचार करते हुए 'शरबत जिहाद' वाली टिप्पणी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है. उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किए गए 10 मिनट के वीडियो में रामदेव ने एक अन्य कंपनी पर शरबत की कमाई से मस्जिद और मदरसे बनाने का आरोप लगाया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. दरअसल वीडियो में रामदेव कहते हैं, "एक कंपनी है जो शरबत बेचती है और उससे कमाए पैसे का इस्तेमाल मस्जिद और मदरसे बनाने में करती है. ठीक है, यह उनका धर्म है. उस कंपनी का शरबत पीने से मस्जिद और मदरसे बनाने में मदद मिलती है, जबकि पतंजलि का शरबत पीने से गुरुकुल, आचार्यकुलम, पतंजलि विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षा बोर्ड को मदद मिलेगी." देखें Video:-
रामदेव ने कोल्ड ड्रिंक्स को 'टॉयलेट क्लीनर' करार देते हुए पतंजलि उत्पादों को 'स्वदेशी, सनातन और सात्विक' विकल्प बताया. सोशल मीडिया पर शेयर वीडियो का कैप्शन है, "ठंडा मतलब toilet cleaner व शरबत जिहाद का क्या है स्वदेशी सनातन सात्विक विकल्प."
रामदेव का यह बयान पतंजलि के गुलाब शरबत और अन्य जूस को प्रमोट करने के लिए आया है. इससे पहले भी पतंजलि भ्रामक विज्ञापनों और विवादास्पद दावों को लेकर चर्चा में रहा है.
फिलहाल, रामदेव या पतंजलि की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं आया है. यह मामला एक बार फिर उनके बयानों को सुर्खियों में ले आया है, जिसकी गूंज आने वाले दिनों में और तेज हो सकती है.

MGNREGA के स्थान पर विकसित भारत रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल 2025 को लोकसभा में पारित कर दिया गया है. इस बिल को पारित करने के दौरान विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया और बिल की कॉपी फाड़ दी. इस नए बिल का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आजीविका को और बेहतर बनाना है ताकि बेरोजगारी कम हो और ग्रामीण इलाकों के विकास को बढ़ावा मिले. यह बिल भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और लोगों को स्थायी रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव को लेकर सियासी तपिश गर्म है, लेकिन शरद पवार मुंबई से दूरी बनाए हुए हैं. कांग्रेस के EVM के मुद्दे से पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने एक तरफ किनारा कर लिया और अपने सांसदों के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलीं. ऐसे में सवाल उठता है कि शरद पवार की पार्टी के मन में चल क्या रहा है?

दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य मुख्य शहरों में वायु प्रदूषण की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है. इस बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाला चौथा T-20 मैच रद्द हो गया. वजह विजिबिलिटी कम होना बताई गई. जिसके बाद धुंध और प्रदूषण को लेकर बहस छिड़ गई. देखिए रिपोर्ट.










