![आसमान से गिरी बिजली, चार बच्चों की मौत, एक बच्ची घायल](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/assets/202304/sharab-sixteen_nine.jpg)
आसमान से गिरी बिजली, चार बच्चों की मौत, एक बच्ची घायल
AajTak
झारखंड के गांव में चार बच्चों की मौत आसमानी बिजली की चपेट में आने से हो गई. घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है. एक बच्ची भी इस घटना में झुलस गई है.
झारखंड के साहिबगंज जिले में दर्दनाक घटना हुई है. आसमानी बिजली गिरने से 4 बच्चों की मौत हो गई. जबकि एक बच्चा बुरी तरह से झुलस गया. उसके इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से गांव में शोक पसरा हुआ है. सामने आया है कि दो बच्चे एक ही परिवार के थे. मरने वालों में एक बच्ची भी शामिल है.
दरअसल, घटना राधानगर थाना क्षेत्र के बाबू टोला गांव की है. गांव के रहने वाले हुमायूं शेख के तीन बच्चे 14 साल आयशा खातून, नजरुल इस्लाम (7), नास्नारा खातुन (6) घर से बाहर मौजूद थे. उनके साथ ही गांव के रहने वाले अशराफुल शेख का 6 साल का बेटा जाहिद आलम और मेहबूब आलम का 10 साल का बेटा तौकीर आलम घर से बाहर थे.
दोपहर के वक्त गांव में मौसम में बदलाव हुआ था. इस दौरान तेज हवा चल रही थी और आसमान में बिजली कड़क रही थी. इस दौरान आसमानी बिजली इन बच्चों पर आ गिरी. नतीजतन, चार बच्चों की मौत हो गई और 6 साल की नास्नारा खातुन झुलस गई.
यह भी पढ़ें... आसमानी बिजली ने युवक पर मारा 'झपट्टा'... सामने आया रोंगटे खड़े कर देने वाला Video
गांव में मच गई चीख-पुकार
घटना के बाद गांव में चीख-पुकार मच गई. नास्नारा को इलाज के लिए तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20240610114525.jpg)
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
![](/newspic/picid-1269750-20240610110611.jpg)
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.