आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दर को पूर्ववत रखा, वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 9.5 प्रतिशत किया
The Wire
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि प्रमुख ब्याज दरों- रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को अपरिवर्तित रखा गया है और आर्थिक वृद्धि को मज़बूत बनाने में मदद के लिए मौद्रिक नीति में नरम रुख़ जारी रहेगा.
नई दिल्ली: कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए नरम मौद्रिक नीति बनाए रखने का भरोसा देते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को अपनी नीतिगत दर रेपो रेट को चार प्रतिशत के मौजूदा स्तर पर बनाए रखा है. Marginal Standing Facility (MSF) rate and bank rates remain unchanged at 4.25%. The reverse repo rate also remains unchanged at 3.35%: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/fcUiaNWG2c Monetary Policy Committee (MCC) voted to maintain status quo i.e. repo rate remains unchanged at 4%. MCC also decided to continue with accommodative stance as long as necessary to revive & sustain growth on durable basis & to mitigate impact of COVID on economy: RBI Governor pic.twitter.com/6HQZFvA9j8 आरबीआई ने कोविड-19 की दूसरी लहर और उससे निपटने के लिए राज्यों में लगाए गए लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच चालू वित्त वर्ष 2021-22 की आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमान को पहले के 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया. — ANI (@ANI) June 4, 2021 — ANI (@ANI) June 4, 2021 यह लगातार छठी समीक्षा है, जिसमें केंद्रीय बैंक ने अपनी एक दिन के उधार की ब्याज दर- रेपो रेट (जो कि चार फीसदी है) और रिवर्स रेपो रेट (जो कि 3.35 फीसदी है) में कोई बदलाव नहीं किया. रेपो दर वह दर होती है जिस पर रिजर्व बैंक दूसरे वाणिज्यक बैंकों (कॉमर्शियल बैंक) को अल्पावधि के लिए नकदी या कर्ज उपलब्ध कराता है.More Related News