आजम खान की यूनिवर्सिटी में दफन एक और राज खुला, चोरी हुआ फर्नीचर बरामद
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समाजवादी पार्टी विधायक आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के दोस्त सालिम और अनवार ने एक और दफन राज खोला. जौहर यूनिवर्सिटी की मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग से मदरसा आलिया का फर्नीचर मिला है. इन फर्नीचरों के चोरी होने की एफआईआर लिखी गई थी. मदरसा आलिया के प्राचार्य जुबेर अहमद खान ने मदरसा आलिया के फर्नीचर की तस्दीक की.
उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्थित जौहर यूनिवर्सिटी से एक के बाद एक कई राज खुलते जा रहे हैं. समाजवादी पार्टी विधायक आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के दोस्त सालिम और अनवार ने एक और दफन राज खोला. जौहर यूनिवर्सिटी की मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग से मदरसा आलिया का फर्नीचर मिला है. इन फर्नीचरों के चोरी होने की एफआईआर लिखी गई थी.
आरोपियों की निशानदेही पर यूनिवर्सिटी की मेडिकल बिल्डिंग की दीवार तोड़ कर फर्नीचर निकाला गया. मदरसा आलिया के प्राचार्य जुबेर अहमद खान ने मदरसा आलिया के फर्नीचर की तस्दीक की. इस फर्नीचर के चोरी होने का आरोप लगा था. इससे पहले जौहर यूनिवर्सिटी के लिफ्ट शाफ्ट से मदरसा आलिया की चोरी हुई किताबें बरामद हुई थी.
दरअसल, रामपुर पुलिस ने चार दिन पहले विधायक अब्दुल्लाह आजम खान के बेहद करीबी दो मित्रों को जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इन दोनों से जब पूछताछ हुई तो जौहर यूनिवर्सिटी के कई दफन राज खुलते चले गए. पहले दिन जौहर यूनिवर्सिटी में जेसीबी से खुदाई करके नगर पालिका रामपुर की एक कीमती सफाई मशीन बरामद की गई थी.
फिर पुलिस ने यूनिवर्सिटी कैंपस बिल्डिंग में बनी लिफ्ट शाफ्ट में छुपा कर रखी गई बेहद कीमती किताबों को बरामद किया है. यह किताबें मदरसा आलिया लाइब्रेरी से चोरी की गई थी और इस मामले में 2019 में FIR की गई थी. मदरसा आलिया लाइब्रेरी की स्थापना 1774 में नवाब रामपुर ने की थी, जिसे राजकीय ओरेंटल कॉलेज के नाम से भी जाना जाता था.
यह बरामदी की बेहद गंभीर है और आजम खान की मुश्किलें बढ़ाने वाली है. पुलिस ने बताया कि 2019 में चोरी का एक मुकदमा लिखाया था, उसमें 7 अभियुक्त जेल जा चुके थे और 2500 किताबें बरामद हो गयी थी, बाकी बचे 7000 किताबें बची हुई थी, अनवर और सालिम की निशानदेही पर यूनिवर्सिटी में लिफ्ट के नीचे से किताबें बरामद हुई है.
रामपुर पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने कबूला कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की शह पर किताबें चुराई गई थी और इन्हीं की शह पर छुपाया गया था जो उस वक़्त कर्मचारी थे, वे सब मुल्जिम बनेंगे, इनकी पीसीआर अप्लाई कर रहे हैं फिर पीसीआर पर लेकर और चीजें बरामद करेंगे.
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