आखिर जिग्नेश मेवानी को कांग्रेस के साथ जाने की जरूरत क्यों पड़ी?
AajTak
गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने मंगलवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया. हालांकि, उन्होंने औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता नहीं ली है क्योंकि वो अभी निर्दलीय विधायक हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि 2022 का चुनाव वो कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंगे.
जिग्नेश मेवानी, गुजरात के वडगाम के निर्दलीय विधायक, दलित एक्टीविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता. अब तक लोग जिग्नेश को इसी पहचान के साथ जानते थे. लेकिन अब जिग्नेश मेवानी कांग्रेस के साथ जुड़े हैं और एक दलित नेता के तौर पर खुद का स्थापित भी कर रहे हैं. लेकिन सवाल ये है कि आखिर जिग्नेश को कांग्रेस के साथ जाने की जरूरत क्यों पड़ी?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा आज सुबह एनडीए की मीटिंग हुई. सभी साथियों ने मुझे फिर से इस दायित्व के लिए पसंद किया है और सभी साथियों ने राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दी. राष्ट्रपतिजी ने मुझे बुलाकर प्रधानमंत्री पद के लिए नियुक्ति दी है और शपथ ग्रहण के लिए 9 जून तारीख के बारे में सूचित किया है.
बीजेपी की सीटें कम होने के कारणों का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, 'जिसने भी यह '400 पार' का नारा लिखा, इस नारे में कोई बुराई नहीं है लेकिन यह अधूरा नारा है. '400 पार' तो है लेकिन किस लिए? उन्होंने इसे खुला छोड़ दिया. जैसे 2014 में नारा बना था, 'बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार' तो उद्देश्य साफ था कि मोदी सरकार क्यों, क्योंकि महंगाई है.'
नायडू पहली बार लगभग 30 साल पहले 1995 में सीएम बने थे और 2004 तक सत्ता में बने रहे. हालांकि इसके बाद वह दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी से हार गए. एक दशक के बाद और तेलंगाना और शेष आंध्र प्रदेश में संयुक्त राज्य के विभाजन के बाद, नायडू 2014 में नए बने राज्य के पहले सीएम के तौर पर चुने गए थे. लेकिन 2019 में वह चुनाव हार गए. अब वह पांच साल के अंतराल के बाद नायडू फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.
कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर पर एक्शन तेज, सस्पेंशन के बाद अब इन धाराओं में FIR दर्ज
मंडी से लोकसभा चुनाव जीतकर 6 जून को कंगना रनौत दिल्ली लौट रही थीं कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बवाल खड़ा हो गया. यहां सिक्योरिटी चेक के बाद CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. कंगना रनौत की शिकायत CISF ने आरोपी महिला कर्मी को सस्पेंड कर दिया और अब FIR भी दर्ज करा दी है.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 7 जून 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शुक्रवार का दिन काफी अहम रहा है. NDA की संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी संसदीय दल के नेता चुने गए. इसके साथ ही वह राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से उथल-पुथल हो सकती है.