अमित शाह से मुलाकात के बाद NDA में शामिल हुई देवगौड़ा की JDS पार्टी, नड्डा ने किया ऐलान
AajTak
कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए.
कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए. बैठक के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गोवा के सीएम प्रमोद सावंत भी मौजूद रहे.
JDS के NDA में विलय होने के बाद जेपी नड्डा ने ट्वीट किया कि मुझे खुशी है कि जेडी (एस) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बनने का फैसला किया है. हम एनडीए में उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं. इससे एनडीए और पीएम मोदी के न्यू इंडिया, स्ट्रांग इंडिया के दृष्टिकोण को और मजबूती मिलेगी.
Met Former Chief Minister of Karnataka and JD(S) leader Shri H.D. Kumaraswamy in the presence of our senior leader and Home Minister Shri @AmitShah Ji. I am happy that JD(S) has decided to be the part of National Democratic Alliance. We wholeheartedly welcome them in the NDA.… pic.twitter.com/eRDUdCwLJc
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि आज औपचारिक रूप से हमने बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के बारे में चर्चा की. हमने औपचारिक रूप से प्रारंभिक मुद्दों पर चर्चा की है. हमारी कोई मांग नहीं है.
वहीं, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत का कहना है कि एनडीए को मजबूत बनाने के लिए जेडीएस आज औपचारिक रूप से एनडीए गठबंधन में शामिल हो गई है और मैं उन्हें इसके लिए बधाई देता हूं. सीटों के बंटवारे पर संसदीय बोर्ड और जेडीएस फैसला करेंगे.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.