Uttarakhand Elections Result: अनिल बलूनी, अजय भट्ट, धन सिंह रावत या रमेश पोखरियाल निशंक... उत्तराखंड का नया सीएम कौन?
AajTak
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस बार एकतरफा जीत दर्ज की है. चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में कई नामों पर चर्चा चल रही है.
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Asemly Election 2022) के नतीजे अप्रत्याशित रहे. कांटेदार बताए जा रहे मुकाबले में भाजपा ने एकतरफा जीत दर्ज की. पार्टी ने 47 सीटें जीतकर इतिहास रचते हुए सत्ता में वापसी की है. अभी तक राज्य में कोई भी सत्ताधारी दल सत्ता में नहीं लौटा था. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा और उत्तराखंड से उनका खास लगाव एक बार फिर भाजपा की शानदार जीत का आधार बना.
शुरुआत में कोरोना के मद्देनजर चुनाव रैलियों पर पाबंदी थी. लेकिन चुनाव के अंतिम दिनों में इसमें ढील दी गई. इसके बाद पीएम मोदी ने आखिरी दिनों में जिस तरह से चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया, उसने भाजपा की जीत की इबारत लिख दी. अल्मोड़ा, श्रीनगर में पीएम मोदी की रैली ने ही इस चुनाव का परिणाम सुनिश्चित कर दिया. दोनों जिलों में भाजपा ने जबरदस्त जीत दर्ज की.
अगला सीएम कौन होगा?
इस चुनाव ने राज्य में चुनाव को लेकर बने कई मिथक तोड़े, लेकिन मुख्यमंत्री के चुनाव हार जाने का मिथक इस बार भी नहीं टूट पाया. खटीमा से पुष्कर सिंह धामी को कड़ी पराजय का सामना करना पड़ा. ऐसे में अब अटकलें लग रही हैं कि अगला सीएम कौन होगा. इस रेस में अनिल बलूनी, अजय भट्ट, धन सिंह रावत के नाम चर्चा में हैं. पिछली सरकार में पार्टी ने तीन सीएम दिए. ये तीनों राजपूत थे, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पार्टी इस बार किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव खेल सकती है. इसमें अनिल बलूनी और अजय भट्ट की दावेदारी मजबूत दिखती है.
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है. वह भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख हैं. ऐसे में मीडिया के जरिए केंद्र और राज्य सरकार के उत्तराखंड में होने वाले कामों को बेहतर ढंग से जनता के बीच में रखने का अनुभव उन्हें वरीयता देता है. हालांकि, अजय भट्ट का राज्य में कई विभागों में काम करने का अनुभव है. वह जमीनी तौर पर भी काफी सक्रिय रहते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व कैबिनेट मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को लेकर भी अटकलों का दौर चल रहा है. वहीं विधायकों में से सीएम पद के लिए उम्मीदवार की बात करें, तो धन सिंह रावत का नाम हमेशा चर्चा में रहा है. संगठन पर पकड़ रखने वाले धन सिंह बेहद कड़ा मुकाबला जीते हैं, ऐसे में पार्टी उन पर भी भरोसा जता सकती है.
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1,495 वाहनों की क्षमता वाले बीस पार्किंग स्थल स्थापित किए. उन्होंने पार्किंग प्रबंधन के लिए एक क्यूआर कोड-आधारित प्रणाली शुरू की. उन्होंने यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा मार्गों पर नियंत्रित वाहन आवाजाही के लिए 3-4 होल्डिंग पॉइंट बनाए. केदारनाथ मार्ग पर बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं.
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि राहुल गांधी हर विषय पर बिना समझे बयान देते रहते हैं. उन्होंने राहुल गांधी के बयानों को चुनौती देते हुए कहा कि वे बिना गहराई से समझे, विषयों पर टिप्पणी कर देते हैं. उन्होंने राफेल, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) के मामलों का उदाहरण दिया. देखें वीडियो.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मामले में एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी इस मामले पर बयानबाजी नहीं कर सकती क्योंकि सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कानूनी रूप से पैसा मिला है. उन्होंने यह भी बताया कि यह सब पर्लियामेंट के द्वारा लागू किए गए निर्णय के अनुसार हुआ है. वित्त मंत्री ने और क्या कहा, देखें वीडियो.