
Uttarakhand Election 2022: धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री Harak Singh Rawat की BJP से कैसे हो गई विदाई, पढ़िए इनसाइड स्टोरी
ABP News
उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को देर रात रविवार को कैबिनेट से बर्खास्त करने के साथ ही साथ भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया.
Harak Singh Rawat Expelled From BJP Inside Story: उत्तराखंड बीजेपी के बड़े नेता हरक सिंह रावत को पार्टी ने प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. वे कोटद्वार विधानसभा से विधायक हैं. हरक सिंह इस बार कोटद्वार विधानसभा सीट को बदलने को लेकर पार्टी पर दबाव बना रहे थे. इसके पीछे की वजह दरअसल कुछ और थी. कोटद्वार से कांग्रेस के नेता सुरेंद्र सिंह नेगी चुनाव लड़ते आए हैं. सुरेंद्र सिंह नेगी की इस क्षेत्र में अच्छी पकड़ भी है. साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में सुरेंद्र सिंह नेगी ने उस समय के भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भुवन चंद खंडूरी को हराया था.
भाजपा ने 2012 का विधानसभा चुनाव खंडूरी के नाम पर ही लड़ा था और "खंडूरी है जरूरी" का नारा भी दिया था. खंडूरी को हराने के बाद सुरेंद्र सिंह नेगी कांग्रेस की विजय बहुगुणा सरकार में मंत्री भी बनाए गए, लेकिन साल 2017 में मोदी लहर में कोटद्वार से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को हरक सिंह रावत ने हरा दिया था. लेकिन साल 2022 में समीकरण बदल चुके हैं जानकारों का मानना है कहीं ना कहीं हरक सिंह रावत को कोटद्वार सीट से खतरा नजर आ रहा था. हरक सिंह रावत के कोटद्वार सीट बदलने की एक अहम वजह यह भी मानी जाती है.
