UP में सरकारी डॉक्टरों के तबादले रद्द होने का सिलसिला जारी, 42 और ट्रांसफर कैंसिल किए
AajTak
उत्तर प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए गलत तबादलों को अब रद्द किया जा रहा है. लिहाजा लेवल-2 और उससे ऊपर के 42 और चिकित्सकों को ट्रांसफर रद्द किया गया है. स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से अब तक गलत तरीके से किए गए 90 डॉक्टरों के तबादले रद्द किए जा चुके हैं. जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में और भी ट्रांसफर रद्द किए जा सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए गलत तबादलों को रद्द करने का सिलसिला जारी है. अब प्रांतीय चिकित्सा सेवा (PMS) संवर्ग के लेवल-2 और इससे ऊपर के 42 और डॉक्टरों के तबादले रद्द कर दिए गए हैं. इनमें से 17 ट्रांसफर बुधवार को और 25 तबादले गुरुवार को रद्द किए गए हैं. इन सभी डॉक्टरों का ट्रांसफर गलत तरीके से किया गया था. इसके बाद सभी डॉक्टर गलत ट्रांसफर का विरोध कर रहे थे. इस मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने नाराजगी जताई थी.
शासन स्तर से गलत तरीके से किए गए तबादले को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से अब तक गलत तरीके से किए गए 90 डॉक्टरों के तबादले रद्द किए जा चुके हैं. इसके साथ ही आने वाले दिनों में और भी ट्रांसफरों में संशोधन किया जा सकता है.
इनमें जिन डॉक्टरों के तबादले रद्द किए गए हैं, उनमें से 7 डॉक्टर लखनऊ में तैनात हैं. वहीं 6 चिकित्सकों के तबादला आदेश में संशोधन कर उन्हें नए जिले में पदस्थापित किया गया है. उनके स्थानांतरण में वैवाहिक नीति, सेवानिवृत्ति में दो वर्ष से कम, विकलांग और गंभीर रूप से बीमार होने आदि के नियमों का पालन नहीं किया गया था. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए गलत तबादलों को रद्द करने के लिए डॉक्टर लंबे समय से इंतजार कर रहे थे.
जानकारी के मुताबकि जिस तरह से गड़बड़ी सामने आ रही है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि अभी और भी डॉक्टरों के तबादले रद्द किए जा सकते हैं.
वहीं, महानिदेशालय स्तर पर पूर्व डीजी स्वास्थ्य डॉ. वेदब्रत सिंह समेत 8 अधिकारियों के खिलाफ जांच बैठा दी गई है. अब शासन स्तर पर गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई का इंतजार है. दरअसल, सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रवींद्र की ओर से तबादलों को रद्द करने और संशोधित करने के आदेश जारी किए गए हैं.
स्वास्थ्य महानिदेशालय ने लेवल टू और उससे ऊपर के 48 डॉक्टरों का तबादला कर दिया. जबकि वह केवल लेवल 1 के डॉक्टरों का ही तबादला कर सकते हैं. पिछले बुधवार को 17 डॉक्टरों का तबादला रद्द करने के बाद अब गुरुवार को गड़बड़ी उजागर होने के बाद 25 डॉक्टरों का तबादला रद्द कर दिया गया.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
मोदी कैबिनेट के विभागों का बंटवारा हो गया है. इस मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, जयशंकर वही मंत्रालय संभालेंगे जो अब तक संभालते आ रहे थे. मंत्रिमंडल को देखकर ऐसा लगता है कि इसमें बॉस मोदी ही हैं और वो सहयोगी दलों के किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आए. देखें ब्लैक एंड वाइट.
नरेंद्र मोदी ने बीते दिन पीएम पद की शपथ ले ली है.वहीं मोदी कैबिनेट में शामिल होने के लिए भाजपा ने अजित पवार गुट की एनसीपी को भी ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है. अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री का ऑफर था, लेकिन उन्होंने ये कहकर इसे ठुकरा दिया कि वो कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और ये उनका डिमोशन होगा. देखिए VIDEO
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. इसमें कहा गया है, रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान कैद एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह जंगली जानवर है. ये तथ्य सत्य नहीं हैं. कैमरे में कैद जानवर एक आम घरेलू बिल्ली है.