UP: पश्चिमी यूपी में 'साइकिल' नहीं पकड़ पाई रफ्तार, लेकिन पूर्वांचल में कर दिया कमाल
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समाजवादी पार्टी 2017 में 52 सीटों के मुकाबले 2022 में 125 तक पहुंच गई. ये आंकड़ा अधिकाशं एग्जिट पोल के दौरान मिले आंकड़ों से अधिक है. पार्टी के लिए ये अच्छा संकेत है कि उसने पूर्वी उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन किया है.
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में चुनाव के नतीजे आ गए हैं. प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से सत्ता पर काबिज हो गई है. लेकिन विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की बात करें तो पार्टी के प्रदर्शन में सुधार हुआ है. क्योंकि समाजवादी पार्टी ने 2017 में 52 सीटें जीती थीं. लेकिन इस बार सपा ने अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ 125 के आंकड़े को छू लिया है.
लेकिन सपा गठबंधन का सबसे अच्छा प्रदर्शन इस बार पूर्वांचल में रहा है, जबकि किसान आंदोलन वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट-मुस्लिम वोट को समेटने में पार्टी कामयाब नहीं हो सकी. बता दें कि समाजवादी पार्टी और गठबंधन ने 43 सीटों पर कब्जा कर लिया है. इसमें RLD ने 8 सीटें जीती हैं, जबकि अवध में 26, बुंदेलखंड में 3, पूर्वांचल में 53 सीटें जीत ली हैं.
पश्चिमी यूपी में रालोद के खाते में आईं 8 सीटें
थाना भवन- अशरफ अली खान, RLDसिवलखास- गुलाम मोहम्मद, RLDशामली- पर्सन कुमार, RLDपुरकाज़ी- अनिल कुमार, RLDसादाबाद- प्रदीप कुमार सिंह, RLDबुढाना- राजपाल सिंह बाल्यान, RLDछपरौली- अजय कुमार, RLDमीरापुर- चंदन चौहान, RLD
अवध में किसका दम?
देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है. इस सरकार में बिहार की JDU और आंध्र प्रदेश की TDP अहम रोल निभाने जा रही है. दोनों ही क्षेत्रीय दल लंबे समय से अपने प्रदेशों को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठा रहे हैं. इस चुनाव में टीडीपी ने 16 सीटें और जेडी (यू) ने 12 सीटें जीतीं हैं. दोनों ही दल बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा हैं.