UP की सियासत में पहली बार दिखी ऐसी तस्वीर, 'रावण' ने राजभर के पैर छूकर लिए आशीर्वाद
Zee News
'लैला-छैला' और 'चेला' की मुलाकात यानी असदुद्दीन ओवैसी, ओमप्रकाश राजभर और चंद्रशेखर की मुलाकात ने यूपी की सियासत में हर किसी को हैरान कर दिया.
नई दिल्ली: लखनऊ के पांच सितारा होटल (5 Star Hotel) में 27 अगस्त की दोपहर घंटे भर चली एक मुलाकात ने यूपी की चुनावी सियासत पर नजर रखने वालों को चौंका दिया. इस मुलाकात उन तीन सियासी चेहरों के बीच थी, जो 2022 में यूपी के चुनावी दंगल में बड़े उलटफेर का ख्वाब देख रहे हैं. AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओमप्रकाश राजभर और भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर.. इन तीनों की मुलाकात में गूंज रहा हंसी ठट्ठा यूपी के सियासी गलियारे में यकीनन खलबली मचा गया होगा. उसे सुनकर समाजवादी बबुआ की नींद उड़ रही होगी और बीएसपी वाली बुआ का चैन छीन रहा होगा.Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी. इससे राज्य की सियासत गरमा गई है. यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है. बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.