
Tomato Price: इस शहर में 25 रुपये किलो टमाटर, पटना में भी इतना सस्ता... जानिए पूरे देश का भाव
AajTak
टमाटर की बढ़ती कीमतों को देखते हुए आंध्र प्रदेश की सरकार ने राज्य में 50 रुपये किलो बेचने का फैसला किया है. दिल्ली में टमाटर की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. लेकिन कई ऐसे शहर हैं, जहां अब भी 50 रुपये किलो से नीचे टमाटर बिक रहा है.
अक्सर बारिश के मौसम में सब्जियां महंगी होती हैं. लेकिन टमाटर (Tomato) ने तो खरीदारों के चेहरे से रौनक ही उड़ा दिया है. लोग भाव पूछकर आगे निकल जा रहे हैं. कुल लोग खरीद भी रहे हैं, तो वो ऐसे लोग हैं, जो पहले एक किलो खरीदते थे और अब 250 ग्राम में काम चला रहे हैं. सब्जी मंडी में एक किलो टमाटर खरीदने वालों पर अगल-बगल के लोगों की निगाहें टिक जाती हैं. इस बीच टमाटर की बढ़ती कीमतों को देखते हुए आंध्र प्रदेश की सरकार ने राज्य में 50 रुपये किलो टमाटर बेचने का फैसला किया है.
विपक्ष ने भी टमाटर के मुद्दे को लपक लिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार को आगाह कर रहे हैं कि टमाटर का भाव कहां पहुंच गया है. दरअसल, टमाटर के भाव में अचानक उछाल आया है. एक हफ्ते पहले के मुकाबले दोगुनी कीमत हो गई हैं. आज से ठीक महीनेभर पहले 5 से 7 रुपये प्रति किलो टमाटर बिक रहा था. बड़े शहरों में आसानी से खुदरा में 20 रुपये किलो मिल जाता था. थोक मंडी में तो एक महीने पहले 5 रुपये किलो के आसपास भाव था.
लेकिन अभी देश के तमाम शहरों में 100 रुपये किलो टमाटर बिक रहा है. कुछ शहरों में 120 रुपये तक भाव पहुंच गया है. टमाटर की कीमतों (Tomato Price) ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. दिल्ली-गाजियाबाद, जयपुर-भोपाल-इंदौर, रायपुर या पटना और या फिर कानपुर-लखनऊ सभी जगह ये लोगों की पहुंच से दूर नजर आ रहा है.
अब आपको कुछ शहरों में टमाटर के ताजा भाव, और एक महीने पहले के भाव को बताते हैं.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फिलहाल टमाटर खुदरा बाजार में 110 रुपये किलो बिक रहा है, ये भाव 29 जून 2023 का है. लेकिन यहां एक जून को टमाटर 25 से 30 रुपये किलो बिक रहा था. लखनऊ में 1 जून को 20 रुपये किलो टमाटर था, जो अब पांच गुना बढ़कर 100 रुपये किलो पहुंच चुका है. हालांकि आगरा में अभी भी टमाटर 41 रुपये किलो बिक रहा है.
हैदराबाद में सबसे सस्ता टमाटर

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







