
Suryakumar Yadav: सूर्यकुमार यादव ने बताया, जब भी समय मिलता है तो देखते हैं अपना कौन सा कैच
AajTak
सूर्या ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर का मैच विनिंग कैच लपका था. उस कैच का विजुअल सूर्या अब भी देखते हैं. सूर्या ने कहा, 'मैं उस कैच को (टी20 वर्ल्ड कप फाइनल) 222 बार से ज्यादा देख चुका है. मुझे जब भी मौका मिला, तो मैंने उसे देखा. फाइनल मुकाबले में कई मोमेंट्स आए, जिसमें से वो एक था.'
Suryakumar Yadav: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने पिछले साल यानी 2024 में टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीता है. टूर्नामेंट के फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से शिकस्त दी थी. इस खिताबी मुकाबले में सूर्यकुमार यादव का एक शानदार कैच रहा था, जिसने पूरे मैच का रुख ही बदल दिया था. यह एक ऐतिहासिक कैच रहा.
अब सूर्यकुमार यादव ने इस कैच को लेकर बात की है. सूर्या शनिवार (8 मार्च) को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जब भी समय मिलता है तो देखते हैं अपना वर्ल्ड कप वाला स्पेशल कैच.
वर्ल्ड कप फाइनल के कैच पर सूर्या ने क्या कहा?
सूर्या ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर का मैच विनिंग कैच लपका था. उस कैच का विजुअल सूर्या अब भी देखते हैं. सूर्या ने कहा, 'मैं उस कैच को (टी20 वर्ल्ड कप फाइनल) 222 बार से ज्यादा देख चुका है. मुझे जब भी मौका मिला, तो मैंने उसे देखा. फाइनल मुकाबले में कई मोमेंट्स आए, जिसमें से वो एक था.'
उन्होंने कहा, 'मैं इसे हर घंटे देखता हूं, जब भी मुझे फोन का यूज करने का अवसर मिलता है, मैं इसे बहुत बार देखता हूं. मैं बहुत आभारी हूं. मेरा मतलब है, मैं उस दिन अपने देश के लिए कुछ खास कर सका था.'
'चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल हम ही जीतेंगे'

लखनऊ में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जाने वाला चौथा टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला कोहरे के कारण रद्द हो गया है. इस घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है जिससे राजनीति में गर्माहट बढ़ गई है. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने भी पलटवार किया है.

आईपीएल में 14.20 करोड़ की रिकॉर्ड बोली के बाद अमेठी के क्रिकेटर प्रशांत वीर सिंह तिवारी की सफलता पर पूरे अमेठी में जश्न का माहौल है. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में उनके साथ खेलने वाले दोस्तों ने खुशी जताई और पुराने संघर्ष के दिनों को याद किया. प्रशांत के दोस्तों ने बताया कि वह रोजाना 12 से 14 किलोमीटर साइकिल चलाकर प्रैक्टिस के लिए स्टेडियम आता था.











