
Sandeep Patil: वो खिलाड़ी जिसने 'स्वैग' के साथ लिया अपनी चोट का बदला, कहानी संदीप पाटिल के 174 रनों की
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1981 ऑस्ट्रेलिया दौरा संदीप पाटिल के लिए काफी खास माना जाता है. हालांकि इस दौरे पर संदीप को तगड़ी चोट भी लगी थी, लेकिन उस चोट के बावजूद उन्होंने अपने कैरेक्टर से और खेल से सभी का दिल जीत लिया था.
'स्वैग' एक ऐसा शब्द है जो आज कल के युवाओं की आम बोलचाल का हिस्सा है. लेकिन अपने खेल और पर्सनालिटी से इस शब्द को क्रिकेट से जोड़ने का श्रेय संदीप पाटिल को जाता है. 18 अगस्त 1956 को बैडमिंटन प्लेइंग कपल के यहां जन्म लेने वाले संदीप मधुसूदन पाटिल का खेल और उनका एटीट्यूड आज भी सबको अपना मुरीद बनाता है. भले ही संदीप पाटिल का क्रिकेट करियर काफी छोटा और काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा हो, लेकिन उन्होंने अपने खेल से प्रशंसकों की तादाद बढ़ाई.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.

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