
Russia-Ukraine War: सेना में जाने से बचने के नियम से भागे दो रूसी, अमेरिका में शरण मांगी
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रूस के दो नागरिक सेना में अनिवार्य सेवा से बचने के लिए अलास्का द्वीप भाग गए हैं, जहां उन्होंने अमेरिका से शरण मांगी है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने घोषणा की थी कि तीन लाख रिजर्व सैनिकों को युद्ध में भेजा जाएगा. इसके साथ ही नागरिकों को अनिवार्य सैन्य सेवा में भी लाया जाएगा.
यूक्रेन युद्ध में रूस के 3 लाख रिजर्व सैनिकों को भेजने के पुतिन के ऐलान के बाद लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. हाल ही में दो रूसी नागरिक अनिवार्य सैन्य सेवा से बचने के लिए देश छोड़कर भाग गए हैं. वो नाव से अलास्का द्वीप तक पहुंच गए हैं और अमेरिका से शरण मांगी है.
एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, अमेरिकी सीनेटर लिसा मुर्कोव्स्की ऑफिस के कार्यालय ने बताया कि दो रूसी नागरिकों ने बेरिंग सागर में अलास्का द्वीप पर उतरने के बाद अमेरिका में शरण मांगी है. मुर्कोव्स्की के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए यूएस कोस्ट गार्ड और कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन को बताया है कि 'रूसी नागरिकों ने बताया कि वे अनिवार्य सैन्य सेवा से बचने के लिए रूस के पूर्वी तट पर तटीय समुदायों में से एक से भाग गए थे'
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी पब्लिक अफेयर्स ऑफिस की ओर से बताया गया है कि रूसी नागरिकों को निरीक्षण के लिए एंकोरेज ले जाया गया, जिसमें एक स्क्रीनिंग और वीटिंग प्रक्रिया शामिल है. बाद में उन्हें अमेरिकी अप्रवास कानूनों के अनुसार उन्हें शरण दी जाएगी. अलास्का के सीनेटर रिपब्लिकन मुर्कोव्स्की और सुलिवन ने गुरुवार को कहा कि यह घटना दो बातें स्पष्ट करती है कि रूसी लोग यूक्रेन के खिलाफ पुतिन की आक्रामकता की लड़ाई नहीं लड़ना चाहते और दूसरी रूस से अलास्का की निकटता को देखते हुए अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को सुरक्षित करनी होगी.
पुतिन का ऐलान- युद्ध में रिजर्व सैनिकों को भेजा जाएगा
हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में करीब 3 लाख रिजर्व सैनिकों को भेजने का ऐलान किया था. पुतिन के इस फैसले का रूस में विरोध हो रहा है. हाल ही में वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट आई थी कि रूसी नागरिक गूगल पर 'how to leave Russia' और 'how to break an arm at home' जैसे सवालों के जवाब सर्च कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध से बचने के लिए कुछ रूसी आत्म-नुकसान का सहारा लेने की साच रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस प्रकार सर्च करने वाले लोग मोर्चे पर भेजे जाने की आशंका को लेकर डरे हुए हैं और इससे बचने के उपाय खोज रहे हैं.
रूस में एक धड़ा कर रहा है विरोध

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

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