
Rudrapur: आंगनबाड़ी केंद्र में मिलीं फंगस लगीं दवा, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
AajTak
Rudrapur News: गंगोली आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को बांटे जाने वाली दवाओं में फंगस और पट्टियों के खराब मिलने से हड़कंप मच गया. इस मामले पर डीपीओ उदय ने बताया कि किट में पानी पड़ने से दवा और पट्टियां खराब हुईं थीं. जिनको न बांटने के निर्देश सीडीपीओ और पर्यवेक्षक को दिए गए हैं. इस केंद्र को नई किट दी जाएगी.
उत्तरखंड के रुद्रपुर के आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को बांटे जाने वाली दवाओं में फंगस और पट्टिया खराब मिलने से हड़कंप मच गया. मामला संज्ञान में आते ही जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPO) उदय प्रताप सिंह ने केंद्र में मिली खराब दवा बांटने पर रोक लगा दी है. बताया जा रहा है कि इस पर केंद्र में नई किट भेजने की बात कही है. उन्होंने जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में जांच कर खराब दवाइयां न बांटने के निर्देश दिए. इस घटना के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
ऐसे खुला मामला-
बता दें, विकासखंड के गंगोली आंगनबाड़ी केंद्र में एक बच्चा बुखार की दवा लेने आया था. केंद्र की संचालिका ने विभाग से मिले प्राथमिक उपचार के किट से दवा निकाली तो उसमें फफूंद लगी थी. खासी और बुखार रोकने के लिए दिए जाने वाली पीने वाली दवा की शीशी भी लीक थीं. बच्चों के चोट लगने पर की जाने वाली पट्टी और रुई भी काली पड़ चुकी थी. इसके बाद पूरा स्टाक चेक किया गया और देखा कि ज्यादातर दवाइयां खराब हैं.
इस मामले पर डीपीओ उदय ने बताया कि किट में पानी पड़ने से दवा और पट्टियां खराब हुईं थीं. जिनको न बांटने के निर्देश सीडीपीओ और पर्यवेक्षक को दिए गए हैं. इस केंद्र को नई किट दी जाएगी. अन्य केंद्रों को भी इसके लिए आगाह किया गया है. साथ ही खराब दवाओं के वितरण पर रोक लगा दी गई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










