Ramzan 2021: भारत का वह इलाका, जहां तोप के घन-गरज से होता है इफ्तार व सेहरी का आगाज़
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Ramzan 2021: मध्यप्रदेश के रायसेन जिले (Raisen) में, भोपाल के नवाबों (The Nawabs of Bhopal) के समय से सेहरी (Sehri) और इफ्तार (Iftar) के समय की घोषणा करने के लिए तोपों को दागे जाने की रिवायत रही है.
रायसेन: रायसेन जिले (Raisen) में सेहरी और इफ्तार में तोपों के गोले दागने की प्रथा नवाब हमीदुल्ला खान के शासन के समय से चली आ रही है. ये तोप इसलिए चलाई जाती है, ताकि रोजा रखने वालों को सेहरी और इफ्तार के समय का पता चल सके. नवाबी काल में (The Nawab Period), ये तोप बड़ी हुआ करती थी और रायसेन के किले से चलाई जाती थी. जब भोपाल राज्य का भारतीय संघ में विलय हुआ, तो यहां रमजार के दौरान चलाने के लिए एक छोटी तोप रखी गई, फिर इसके लिए एक समिति बना कर इसका नियमित लाइसेंस जारी किया गया. यह तोप समिति अब जिला प्रशासन के अधीन है.Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी. इससे राज्य की सियासत गरमा गई है. यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है. बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.