
PM Modi US Visit Live: US के सुरक्षा सलाहकार ने की पीएम मोदी से मुलाकात, कुछ देर में एलन मस्क संग मीटिंग
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आज ऐतिहासिक मुलाकात होने जा रही है. ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है, जब पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप एक मेज पर होंगे. इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात होने वाली है. ट्रंप के अमेरिकी सत्ता संभालने के बाद होने जा रही इस खास मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें हैं. इस मीटिंग के बाद कई बड़े ऐलान हो सकते हैं. दोनों की मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस में होगी. दोनों ग्लोबल लीडर इस दौरान द्विपक्षीय बैठक करेंगे और इसके बाद प्रेस स्टेटमेंट भी जारी करेंगे. ट्रंप और पीएम मोदी साथ में डिनर भी करेंगे. बता दें कि पीएम मोदी वॉशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में ठहरे हुए हैं.
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महाराष्ट्र के नासिक जिले के वनी क्षेत्र में एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें इनोवा कार खाई में गिर गई और उसमें सवार 6 लोगों की मृत्यु हो गई. यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु सप्तश्रृंगी देवी के दर्शन करके गाड़ी से वापस लौट रहे थे. घाट इलाके के गणेश पॉइंट के पास ड्राइवर का नियंत्रण गाड़ी से छूट गया और कार खाई में गिर गई. इस दुर्घटना ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत कार्य शुरू कर दिया गया है.

कोर्ट ने राज्य सरकार से क्यूबिकल की व्यवस्था करने को कहा है और कहा कि वकीलों को ऑनलाइन बहस के लिए उचित जगह मिलनी चाहिए. इसके अलावा, चुनाव से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई हुई, जिनमें कुछ खारिज और कुछ वापस ली गईं। कोर्ट ने यह कदम तब उठाया जब पता चला कि कई वकील मजबूरी में अपनी कारों में बैठकर ऑनलाइन सुनवाई में जुड़ रहे हैं.

इंडिगो का ऑपरेशनल संकट सातवें दिन तक जारी रहा, अब तक 3900 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में भारी नाराजगी है. सवाल उठ रहे हैं कि हाई-प्रोफाइल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स समय रहते सक्रिय क्यों नहीं हुए. बयान में दावा किया गया कि बोर्ड पहले दिन से ही शामिल था, लेकिन जानकारों का कहना है कि यह घबराहट का संकेत है. सरकार जांच कर रही है और DGCA ने CEO से जवाब मांगा है. स्थिति इंडिगो के लिए अभूतपूर्व है.

अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अगले साल होने वाले चुनावों में एनडीए बड़ी जीत दर्ज करेगा। अमित शाह ने यह भी कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों की जनता ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को नकार दिया है. इस प्रकार एनडीए को चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। यह बयान आगामी राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है और चुनाव में जनता के रुझान को दर्शाता है। अमित शाह की इस घोषणा से राजनीतिक हलचल तेज होने की संभावना है और सभी राजनीतिक दल इसे ध्यान से देख रहे हैं।

नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। एक करोड़ के कुख्यात नक्सली रामधेर मज्जी ने अपने कई साथियों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। यह घटना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि रामधेर मज्जी नक्सलियों के बीच काफी प्रभावशाली था। इस आत्मसमर्पण से नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे जनपद स्तर पर अभियान को मजबूती मिलेगी और क्षेत्र में शांति कायम करने में मदद मिलेगी। सुरक्षा बल इस सफलता को आगे बढ़ाते हुए अन्य कुख्यात नक्सलियों पर भी कार्रवाई कर रहे हैं। इस घटना से नक्सल प्रभावित इलाकों में एक नए तरह का जोश देखने को मिल रहा है।

दिसंबर की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में सर्दी अपने पूरे असर में है। चंडीगढ़ में सुबह और शाम के वक्त ठंडक महसूस की जा रही है। बावजूद इसके, दिन के समय धूप खिलने से मौसम में कुछ गर्माहट आ रही है जिससे लोगों को राहत मिल रही है। ठंडी हवाएं भी चल रही हैं जो मौसम को ठंडा बनाए रखती हैं। इस मौसम की संपूर्ण स्थिति और रिपोर्ट के लिए देखिए यह रिपोर्ट जो चंडीगढ़ के हालात को दर्शाती है।

लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम के साथ विश्वासघात हुआ. पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए. तुष्टीकरण की राजनीति के दबाव में कांग्रेस वंदे मातरम् के बंटवारे के लिए झुकी, इसलिए कांग्रेस को एक दिन भारत के बंटवारे के लिए झुकना पड़ा. देखें वीडियो.

वंदे मातरम् के मूल गीत में 'कांट-छांट' का फैसला व्यापक निर्णय के बाद लिया गया था. पहले तो नेहरू जी ने इस गीत की समीक्षा करने की बात कही. इसके बाद उनका पत्रों के जरिये सुभाषचंद्र बोस और रवींद्रनाथ टैगोर के साथ लंबा संवाद हुआ. इस दौरान गुरुदेव टैगोर ने यह भी कहा कि कविता को उसके संदर्भ के साथ पढ़ने पर ऐसी व्याख्या की जा सकती है जो मुस्लिम भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली हो.





