
PAK की मदद पर एस. जयशंकर की लताड़ पर अमेरिका ने दिया जवाब, कहा- दोनों देश ही हमारे सहयोगी
AajTak
पाकिस्तान को यूएस की ओर से एफ-16 फाइटर जेट मेंटेनेंस के नाम पर मिली 450 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयंशकर ने तीखा बयान दिया है. एस जयशंकर ने कहा कि सभी जानते हैं कि एफ-16 का इस्तेमाल कहां और किसके लिए किया जा रहा है. जय शंकर के बयान पर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है.
पाकिस्तान को सुरक्षा उपकरणों के रखरखाव के नाम पर 450 मिलियन डॉलर फंड देने के मामले में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तीखा बयान दिया, जिस पर अमेरिका की ओर से प्रतिक्रिया आई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान, दोनों को ही अलग-अलग सहयोगी के रूप में देखते हैं.
नेड प्राइस ने कहा, हम भारत और पाकिस्तान से अपने संबंधों को उस लिहाज से नहीं देखते हैं कि उन दोनों देशों के संबंध एक दूसरे के साथ कैसे हैं. प्राइस ने आगे कहा कि दोनों ही देश हमारे सहयोगी हैं, और अमेरिका दोनों को सहयोगी के रूप में देखता भी है क्योंकि कई मामलों में हमारे साझे मूल्य और साझे हित हैं. नेड प्राइस ने आगे कहा कि अमेरिका इन दोनों पड़ोसी देशों के रिश्तों में भी सकारात्मकता देखने के लिए हर कोशिश करना चाहता है.
क्या बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर वॉशिंगटन में भारतीय-अमेरिकन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में एफ-16 मेंटेनेंस पैकेज को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हर किसी को पता है कि एफ-16 फाइटर विमानों का इस्तेमाल कहां और किसके लिए होता है. एस जयशंकर ने आगे कहा कि इस तरह की बात कहकर आप किसी को बेवकूफ नहीं बना सकते हैं.
तालिबान और पाकिस्तान पर क्या बोले नेड प्राइस अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज होने के लिए पाकिस्तान की ओर से तालिबान को की गई मदद को लेकर सवाल पर प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि जब भी बात हमारे सुरक्षा सहयोगियों की आती है, तो हम उनकी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखते हैं.
नेड प्राइस ने आगे कहा कि वे यह बात विस्तार से बताने की स्थिति में नहीं हैं कि पाकिस्तान की तालिबान को मदद को लेकर जांच में अमेरिका को क्या मिला, लेकिन जितना उनका मानना है, इस मामले में पहले जो सेक्रेटरी ने कहा था, वो अभी तक सच है, कि अफगानिस्तान में हिंसा और अस्थिरता देखना पाकिस्तान के हित में नहीं था.
अमेरिका अपने पाकिस्तानी सहयोगियों से अफगानिस्तान के लोगों के सपोर्ट के लिए अक्सर बात करता रहा है. अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है कि वहां पर मानवीय परिस्थितियों को सुधारा जाए. हम यह भी देख रहे हैं कि तालिबान ने जो वादे किए हैं, वो उसे पूरा कर रहा है या नहीं.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






