Navjot Singh Sidhu News: क्या जेल जाने के बाद चुनाव लड़ पाएंगे सिद्धू? लीगल एक्सपर्ट्स से जानिए
AajTak
नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है. अब बड़ा सवाल यह है कि क्या सिद्धू अब कोई चुनाव लड़ पाएंगे या नहीं.
Navjot Singh Sidhu News: नवजोत सिंह सिद्धू को 34 साल पुराने रोड रेज के मामले में एक साल की सजा सुनाई गई है. फिलहाल उनके सरेंडर करने पर सस्पेंस बना हुआ है लेकिन यह साफ है कि उनको जेल जाना होगा. इस बीच यह सवाल प्रमुखता से उठ रहा है कि क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू अब चुनाव लड़ पाएंगे या नहीं.
लीगल एक्सपर्ट की मानें तो एक साल की जेल से बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और सिद्धू राजनीति में सक्रिय रह सकेंगे. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लीगल एक्सपर्ट पीडीटी आचार्ज (लोकसभा के पूर्व महासचिव) कहते हैं अगर सजा दो साल या उससे ज्यादा होती तो चुनाव लड़ने से छह साल (सजा पूरा होने के बाद से गिनती) के लिए रोक दिया जाता. इसका जिक्र Representation of the People Act, 1951 के सेक्शन 8 में मिलता है.
बता दें कि 1988 के रोड रोज के मामले में सिद्धू को एक साल की सजा हुई है, यानी वह इस दायरे से बाहर रहेंगे. सिद्धू ने इस बार हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाई थी लेकिन वह हार गए थे.
यह भी पढ़ें - अब 1 साल जेल में रहेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, जानिए क्या होती है सश्रम कारावास की सजा
खबर के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय कानून सचिव पी के मल्होत्रा मानते हैं कि कानून में इस बात को लेकर बहुत सी चीजें स्पष्ट नहीं हैं कि क्रिमिनल केस में सजा पाया शख्स चुनाव लड़ सकता है या नहीं.
मल्होत्रा ने कहा कि 1951 वाले एक्ट में ऐसे प्रावधान जरूर है कि ड्रग्स एक्ट (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act, Unlawful Activities (Prevention) Act) और करप्शन एक्ट में फंसने पर चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है.
केरल में ड्राइविंग के दौरान नियमों की धजी उड़ाने वाले शख्स पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल विभाग ने तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. अलप्पुझा के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आर. रामनन की जांच के बाद आरोपी पुजारी बैजू विंसेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर किया गया है.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.